सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर अनुराग वर्मा ने बुधवार को चित्रकूट पहुंच कर भगवान कामतानाथ की पूजा-अर्चना की और कामदगिरि की परिक्रमा मे श्रद्धालुओं और यात्रियों की सुविधाओं के लिए चल रहे विकास और निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। कलेक्टर श्री वर्मा ने पैश्वनी नदी उद्गम स्थल ब्रह्म कुंड पहुंचकर किए जा रहे कार्य का निरीक्षण किया और स्थानीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने निर्माण कार्यो को गुणवत्ता के साथ जल्द से जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए। एसडीएम पीएस त्रिपाठी ने बताया कि ब्रह्मकुंड की साफ-सफाई के कार्य से प्राकृतिक जल के स्रोत मिलने लगे हैं। अगर पर्याप्त स्रोत मिले तो पुराने समय की तरह अविरल धारा मंदाकिनी तक पहुंचकर इसे सदानीरा बनाया जा सकेगा। कलेक्टर ने कहा कि पैश्वनी और मंदाकिनी नदी को संरक्षित किया जाएगा। चित्रकूट में पर्यटन के क्षेत्र मे काफी संभावनाएं हैं। मंदाकिनी, सरयू और पैश्वनी तीनों नदियों के संरक्षण के प्रयास के साथ पर्यटन सुविधाओं के चल रहे अन्य विकास कार्यों को शीघ्र पूरा किया जाएगा। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव झाडे, प्रभारी सीएमओ नगर परिषद चित्रकूट ऋषि नारायण सिंह भी उपस्थित रहे।
मिनी स्मार्ट सिटी परियोजना के देखे कार्य
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने बुधवार को चित्रकूट प्रवास के दौरान मिनी स्मार्ट सिटी और विशेष निधि के अंतर्गत कराये जा रहे सीवरेज परियोजना के कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने परियोजना कार्यों को समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिये।
सतना जिले के चित्रकूट में मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कंपनी द्वारा मिनी स्मार्ट सिटी और सीवरेज परियोजना के कार्य किये जा रहे हैं। विशेष निधि के अंतर्गत लगभग 28 करोड़ रुपये लागत की सीवरेज परियोजना का काम कंपनी द्वारा कराये जा रहे हैं। वहीं मिनी स्मार्ट सिटी के अंतर्गत चित्रकूट में नगरीय आतंरिक मार्ग, घाट निर्माण, पर्यटक सूचना केन्द्र और पार्कों के निर्माण कार्य भी कराये जा रहे हैं। निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव, एसडीएम पीएस त्रिपाठी, प्रभारी सीएमओ ऋषि नारायण सिंह, परियोजना प्रबंधक पीएल बारंगे भी उपस्थित थे।
पालदेव में देखी समूह की गतिविधियां
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने बुधवार को चित्रकूट प्रवास के दौरान गुप्त गोदावरी और पालदेव का भ्रमण किया। उन्होंने इस दौरान पालदेव में आजीविका मिशन के महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा ली जा रही विभिन्न गतिविधियों का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने मिट्टी के बर्तन, कलाकृतियां और उत्पाद बनाने वाले तथा गन्ना व्यवसाय, दुग्ध उत्पादन और सब्जी व्यवसाय से जुड़ी महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य महिलाओं से चर्चा की। कलेक्टर ने आजीविका मिशन की जिला प्रबंधक अंजुला झा को स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों के विपणन की उचित व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव भी उपस्थित थे।