सतना/भोपाल, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कोविड-19 वैक्सीनेशन में मध्यप्रदेश में उल्लेखनीय काम हुआ है। अब तक 10 करोड़ 83 लाख 38 हजार 974 कोविड वैक्सीन डोज लक्षित समूह को लगाई गई हैं। प्रदेश गर्भवती महिलाओं के वैक्सीनेशन में देश में नम्बर-एक पर है।
डायरेक्टर एचएचएम (टीकाकरण) डॉ. संतोष शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में गुरुवार तक 5 करोड़ 68 लाख 27 हजार 887 को प्रथम डोज, 5 करोड़ 10 लाख 24 हजार 459 को वैक्सीन की दोनों डोज और 4 लाख 86 हजार 628 प्रि-कॉशन डोज लगाई गई हैं। प्रदेश में 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के 48 लाख लक्ष्य के विरुद्ध 34 लाख 2 हजार 439 किशोर-किशोरियों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है, जो निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध 70 प्रतिशत से अधिक उपलब्धि है।
डायरेक्टर एनएचएम (टीकाकरण) ने बताया कि प्रदेश में गर्भवती महिलाओं को 3 लाख 59 हजार 538 पहली डोज और 3 लाख 12 हजार 521 को दूसरी डोज लगाई गई है। गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण में प्रदेश देश में पहले स्थान पर है।
गाँव में घरों तक टोंटी से पेयजल पहुँचाने की प्रधानमंत्री की पहल ऐतिहासिकः मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ग्रामों में पेयजल योजनाओं के संचालन और संधारण में ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति, दीनदयाल समिति और स्व-सहायता समूहों का सहयोग प्राप्त किया जाए। जल जीवन मिशन की लागत राशि के निर्धारित प्रतिशत का अंशदान उपयोगकर्ताओं से प्राप्त करने के लिए उन्हें प्रेरित किया जाए। प्रदेश के 52 जिलों में 4019 हर-घर जल घोषित ग्रामों में कार्य पूरे होना महत्वपूर्ण उपलब्धि है। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा देश के ग्रामों में घरों में टोंटी से जल प्रदाय के कार्य करवाना साधारण बात नहीं बल्कि नागरिकों की बुनियादी सुविधाओं में से एक स्वच्छ पेयजल की घर तक आपूर्ति की सुनिश्चित व्यवस्था बनाने का ऐतिहासिक कार्य है। सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित कर हर-घर जल घोषित ग्रामों में जल प्रदाय का विधिवत शुभारंभ किया जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं कि समूह जल प्रदाय योजनाओं, एकल ग्राम नल जल योजनाओं के कार्य गुणवत्ता के साथ समय पर पूर्ण किए जाएँ। प्रगतिरत रेट्रोफिटिंग एकल ग्राम नलजल योजना के कार्य 31 मार्च 2022 तक पूर्ण किए जाएँ। पूर्ण योजनाओं के लोकार्पण से अधिक से अधिक आमजन एवं जन-प्रतिनिधियों को भी वर्चुअली जोड़ने का प्रयास हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार ग्राम सभाओं के आयोजन कर हर-घर जल ग्रामों के भौतिक सत्यापन, प्रमाण-पत्र जारी करने, फोटोग्राफ और वीडियो वेबसाइट पर अपलोड किये जायें। मुख्यमंत्री ने कहा कि नलों की टोंटी आदि न टूटे, इसके लिए जन-जागरूकता आवयक है। पंचायत सचिव और अन्य प्रतिनिधि जल जीवन मिशन के कार्यों और योजना के संधारण के लिए सहयोग प्रदान करें। कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि जल जीवन मिशन के कार्यों के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने मैदानी अधिकारियों को सभी कार्यों को पूर्ण करने के लिए निर्देश जारी किए हैं।