Uttarakhand Assembly Election 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के भाई रिटायर्ड कर्नल विजय रावत आज बीजेपी में शामिल हो गये। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसकी जानकारी देते हुए बताता कि पार्टी की विचारधारा से प्रभावित होकर कर्नल विजय रावत ने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है। इनके पार्टी में आने से प्रदेश बीजेपी को और मजबूती मिलेगी।
बीजेपी में शामिल होने के बाद दिवंगत सीडीएस बिपिन रावत के भाई कर्नल विजय रावत ने पार्टी में शामिल करने के लिए सबका आभार जताया और प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी सोच और विजन अद्भुत है। इससे पहले बुधवार को कर्नल विजय रावत (सेवानिवृत्त) ने दिल्ली में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात भी की थी। उसके बाद से ही उनके पार्टी में शामिल होने के कयास लगाये जा रहे थे।
उत्तराखंड में बीजेपी की स्थिति अच्छी नहीं है और ऐसे में कर्नल रावत का पार्टी में शामिल होना पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। खास तौर पर उत्तराखंड में पूर्व सैनिकों और सेना में भर्ती लोगों की अच्छी-खासी संख्या है। उनका एकमुश्त वोट किसी भी पार्टी के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। सभी पार्टियों की नजर इस वोट बैंक पर है। आम आदमी पार्टी ने तो अपना मुख्यमंत्री चेहरा भी पूर्व सैन्य अधिकारी को बनाया है। आपको बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा में 70 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए 36 सीटों की जरूरत होगी। राज्य में 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और चुनाव नतीजों की घोषणा 10 मार्च को होगी।
यूपी में 403 सीटों पर चुनाव लड़ेगा एनडीए, गठबंधन में शामिल दलों की बैठक में तय
भाजपा उत्तर प्रदेश में अपने साथियों के साथ चुनाव में उतर रही है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि यहां लोकसभा चुनाव में भी हम सब साथ उतरे थे और 2022 के विधानसभा चुनाव में भी अपना दल और निषाद पार्टी के साथ मिलकर भाजपा उत्तर प्रदेश में सभी 403 सीटों पर उतरेंगे। उन्होंने कहा कि, उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार ने प्रदेश के विकास में एक नई छलांग लगाई है और प्रदेश के विकास को गति दी है। कनेक्टिविटी के क्षेत्र में पिछले 5 वर्षों में मोदी जी के आशीर्वाद से योगी जी के द्वारा बहुत काम किया गया है। उत्तर प्रदेश में पांच साल पहले पलायन हो रहा था, गुंडागर्दी हो रही थी, अपहरण हो रहे थे, सरकार के सहयोग से माफिया पनप रहे थे। भाजपा सरकार के पिछले पांच साल की सरकार में ये सभी अराजक चीजें समाप्त हो गई हैं। आज उत्तर प्रदेश में कानून का राज है।