कटनी,भास्कर हिंदी न्यूज़/ सुरखी पौड़ी में एक ही चिता पर पति-पत्नी के अंतिम संस्कार से सबकी आंखे नम हो गईं। मामले में एनकेजे थाना अंतर्गत सुरकी पौंड़ी गांव में पति की बवासीर से मौत हो गई। इसके बाद पत्नी ने भी आत्महत्या कर ली। जानकारी के मुताबिक मूलतः शहडोल जिले के जयसिंह नगर क्षेत्र निवासी 36 वर्षीय राजा भैया द्विवेदी लगभग 20 वर्ष पूर्व काम धंधे की तलाश में शहर आया और यहां श्याम बाधवानी के सुरकी पौड़ी स्थित फार्म हॉउस में चौकीदारी करने लगा।
इसी बीच उसने ग्राम पौड़ी निवासी 35 वर्षीय सुनीता आदिवासी से प्रेम विवाह भी कर लिया। प्रेम विवाह के बाद दोनों पति-पत्नी की तरह फॉर्म हॉउस के ही एक कमरे में रहने लगे। बताया जाता है कि कुछ समय पूर्व पति राजा भैया को बवासीर की शिकायत हुई। इसका उपचार भी कराया गया लेकिन आराम नहीं मिला। मंगलवार को पति राजा भैया की इस बीमारी से मौत हो गई। राजा भैया की मौत का सदमा पत्नी सुनीता बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसने पति राजा भैया के शव के पास ही फांसी लगा ली। इसके बाद दोनों की अंतिम यात्रा नदी पार स्थित मुक्तिधआम पहुंची और फिर यहां एक साथ दोनों का अंतिम संस्कार एक ही चिता में किया गया।
बताया जाता है कि राजा भैया व सुनीता के द्वारा अंतरजातीय विवाह करने के कारण दोनों के परिजन पहले से दूरियां बनाए थे। अंतिम समय में भी वह नहीं आए। अंतिम संस्कार में सुनीता की बहन गुड़िया आदिवासी व भाई अर्जुन पहुंचे लेकिन उन्होंने भी आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए अंतिम संस्कार में असमर्थता जताई। इसके बाद मुक्तिधाम विकास समिति के अध्यक्ष अजय सरावगी, मनोहर मनोज सहित अन्य लोगों ने अंतिम संस्कार कराया। इस दौरान कटनी मुड़वारा विधायक संदीप जायसवाल भी मौजूद रहे।