Corona breaks all records as 5 lakh new cases reported in usa in 24 hours and more than 2 lakhs in france: digi desk/BHN/ वाशिंगटन/ पूरी दुनिया एक बार फिर कोरोना के कहर से कांपने लगी है। डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट, दोनों के एक साथ आने से कोविड-19 के नए मामलों में तेजी से उछाल आया है। पूरी दुनिया में एक हफ्ते में कोरोना के रिकॉर्ड मामले दर्ज किए गए हैं। 22-28 दिसंबर के बीच कुल 65.5 लाख मामले दर्ज किए गए, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मार्च 2020 में महामारी घोषित किए जाने के बाद से सबसे अधिक है। यह पिछले सप्ताह की तुलना में वैश्विक स्तर पर 37 प्रतिशत ज्यादा मामले हैं। रिकॉर्ड केस आने के चलते अस्पतालों में भर्ती होने वालों और मृतकों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, अत्यधिक ट्रांसमिसिबल वैरिएंट ओमिक्रॉन के चलते कई देशों में बड़ी संख्या में मामले दर्ज किए जा रहे हैं।
अमेरिका
कोरोना के नए मामलों ने अमेरिका में दैनिक मामलों के पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं। एक साल पहले 11 जनवरी को 252,000 मामले रिपोर्ट किए गए थे। लेकिन मंगलवार 2 लाख 65 हजार से अधिक नए मामले आने से पुराना रिकॉर्ड टूट गया। पिछले 24 घंटों में ये आंकड़ा बढ़कर 5 लाख से ऊपर (5,12,988) पहुंच चुका है।
यूरोप
एएफपी के मुताबिक यूरोप में कोरोना ने फिर एक बार कोहराम मचा दिया है और सरकारों को अस्पतालों में लोड कम करने के लिए प्रतिबंध लगाने पड़ रहे हैं। पिछले सात दिनों में यूरोप में 35 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें ब्रिटेन, फ्रांस, ग्रीस और पुर्तगाल सभी रोज बड़ी संख्या में मामलों दर्ज कर रहे हैं।
यूरोपीय देश फ्रांस में 24 घंटे में कोविड-19 के 208,000 से अधिक मामले दर्ज किए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरन ने बुधवार को कहा कि यह एक नया डेली रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा, “मैं अब ओमिक्रॉन को एक लहर नहीं कहूंगा, मैं इसे एक सुनामी कहूंगा। हम एक लैंडस्लाइड की ओर बढ़ रहे हैं।” यूके में भी पिछले 24 घंटों में 1 लाख 83 हजार से अधिक मामले दर्ज किये गये हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को चेतावनी दी थी कि ओमिक्रॉन और डेल्टा वेरिएंट से आने वाली “सुनामी” पहले से ही अपनी क्षमता से अधिक कार्य कर रही स्वास्थ्य प्रणालियों पर और भी अधिक दबाव डालेगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य प्रणालियों पर दबाव न केवल नए कोरोनो वायरस रोगियों के कारण है, बल्कि बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मी भी कोविड की चपेट में आकर बीमार पड़ रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि जिन लोगों को वैक्सीन नहीं लगी है, उनमें संक्रमण से मरने का खतरा कई गुना अधिक है।