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मतदान दिवस के पूर्व अपने प्रभार क्षेत्र में रात्रि विश्राम करेंगे
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सेक्टर अधिकारियों की प्रशिक्षण बैठक
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने कहा कि चुनावों में सेक्टर अधिकारी निर्वाचन की आंख और कान की महत्वपूर्ण भूमिका में रहते हैं। सभी सेक्टर अधिकारी पंचायत के निर्वाचन, शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और भय रहित वातावरण में संपन्न कराएं। उन्होंने कहा कि मतदान के एक दिवस पूर्व सभी सेक्टर अधिकारी अपने आवंटित क्षेत्र में ही रात्रि विश्राम करेंगे। कलेक्टर गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन के प्रथम चरण में 6 जनवरी को मतदान संपन्न होने वाले क्षेत्रों के लिए नियुक्त सेक्टर अधिकारियों के प्रशिक्षण को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षक के.आर जैन, जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर डॉ बीके गुप्ता और बीएल बागरी भी उपस्थित थे।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री वर्मा ने कहा कि पंचायतों का चुनाव संवेदनशील होता है और यह ईवीएम और मतपत्र दोनों माध्यम से होगा। साथ ही पंच और सरपंच पदों की मतगणना भी मौके पर ही करनी है। शांतिपूर्ण मतदान प्रक्रिया के सुचारू संचालन के अलावा आदर्श आचार संहिता और निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पालन कराना भी सेक्टर अधिकारी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को जागरूक करें कि वह उस मतदान केंद्र में पंच, सरपंच, जनपद और जिला पंचायत के सदस्य के निर्वाचन के लिए सभी पदों के लिए मतदान करके ही जाए। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदान केंद्र में मतगणना नहीं करने का निर्णय संबंधित क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर ही लेंगे। अपने स्तर से कोई निर्णय नहीं लिया जा सकेगा।
प्रेक्षक के.आर जैन ने कहा कि पंचायत चुनावों में सेक्टर अधिकारी की मजिस्ट्रेट की हैसियत से प्रमुख भूमिका रहेगी। चुनावों में अपनी बुद्धि और अनुभव से नहीं बल्कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों और नियमों के मुताबिक काम करें। मतदान के दिन अपने क्षेत्र का सतत भ्रमण करते रहें। पंच और सरपंच के मतों की गणना पोलिंग बूथ पर ही होनी है। इसलिए संवेदनशील बूथ पर स्वयं उपस्थित रहें। प्रेक्षक ने कहा कि अपने क्षेत्र में सतत निगरानी बनाए रखें। अपने मतदान दलों के प्रशिक्षण और उनकी क्षमता का आंकलन कर सुचारु रूप से निर्वाचन प्रक्रिया संपन्न कराएं।
जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर डॉ बीके गुप्ता ने मतदान और मतगणना प्रक्रिया चुनाव सामग्री एवं मतदान के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं का गहन प्रशिक्षण अधिकारियों को दिया। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्रों का सतत भ्रमण करें और मतदान केंद्रों का भौतिक परीक्षण करें। उन्होंने बताया कि त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन में पंच और सरपंच के मतदान मतपत्रों से और जिला तथा जनपद सदस्य के मतदान ईवीएम से होंगे। इस प्रकार मतदान दलों को पंच, सरपंच के मतपत्र और एक ईवीएम सीयू तथा जनपद और जिला पंचायत सदस्य के लिए एक-एक बैलेट यूनिट दी जाएगी। मतदान सामग्री लेकर मतदान दल अपने आवंटित वाहन में बैठकर सीधे गंतव्य मतदान केंद्र के लिए रवाना होंगे।
सामग्री में मिलेंगे बुकलेट, लीफलेट और फाइल फोल्डर
मास्टर ट्रेनर डॉ बीके गुप्ता ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा मतदान दलों की सुविधा के लिए बड़ा परिवर्तन किया है। अब उन्हें दी जाने वाली सामग्री में पीठासीन अधिकारी की बुकलेट, लीफलेट और फाइल फोल्डर दिए जाएंगे। इस प्रकार पीओ बुकलेट में मतदान केंद्र में उपयोग आने वाले 26 प्रकार के प्रपत्र रहेंगे। जिसके हर पृष्ठ पर पीठासीन अधिकारी अपने हस्ताक्षर करेंगे और सुभेदक सील लगाएंगे। बुकलेट का कोई प्रपत्र अलग नहीं किया जाएगा।
पीओ लीफलेट्स में 15 प्रकार के मार्गदर्शक (साइनेज) होंगे। जिन्हें मतदान केंद्र पर सूचना के लिए चस्पा करना होगा। इसी तरह फाइल फोल्डर में निर्धारित सामग्री क्रमांक 1 से 5, नियुक्ति पत्र, 14‘ग’ रजिस्टर और चिन्हित मतदाता सूची की प्रति रखी जाएगी। इसी में मतपत्रों के प्रतिपर्ण, रद्द और जारी नहीं हुए पत्र तथा मतगणना के लिए लिफाफे भी रखे जाएंगे।
मास्टर ट्रेनर ने बताया कि मतदान प्रारंभ होने से पूर्व एजेंटों की उपस्थिति में मॉकपोल होगा और मशीनें क्लियर कर वास्तविक मतदान के लिए सीलिंग की जाएगी। पंच और सरपंच के मतपत्रों की गणना मतदान केंद्र पर होगी और पंच, सरपंच के प्राप्त मतों का लेखा बनेगा। प्रारूप-16 में पंच और प्रारूप 17 में सरपंच पदों का मत लेखा तैयार कर एक प्रति एजेंट को दी जाएगी। मतगणना के समय केवल पंच और सरपंच पदों के एजेंट उपस्थित रह सकेंगे। गिनती के दौरान पंच, सरपंच के मतपत्र छांटकर उल्टा रखेंगे और संदेहास्पद मतपत्रों को अलग कर वैधता की जांच करेंगे। संदेहास्पद होने के 6 कारणों से मतपत्र रिजेक्ट होगा और उस मतपत्र में कारण की सील भी लगेगी। उन्होंने बताया कि पीठासीन अधिकारी को अपनी डायरी में गतिविधियों की स्पष्ट टीप लिखनी चाहिए। सेक्टर अधिकारी मतदान, मतगणना के पश्चात 14 कॉलम का प्रोफार्मा पीठासीन अधिकारी से प्राप्त कर 23 कॉलम का प्रोफार्मा भरकर सामग्री स्थल पर जमा करेंगे। सेक्टर अधिकारियों के प्रशिक्षण में ईवीएम मास्टर ट्रेनर बीएल बागरी ने ईवीएम और बीयू का गहन प्रशिक्षण देते हुए उन्हें ईवीएम मशीन की हैण्ड्स-ऑन ट्रेनिंग भी दी।
जिला निर्वाचन अधिकारी और प्रेक्षक ने ली प्रत्याशियों की बैठक
शांतिपूर्ण निर्वाचन संपन्न कराने और आदर्श आचार संहिता का पालन करने दी समझाईश
त्रि-स्तरीय पंचायत आम निर्वाचन 2021-22 में चुनाव चिन्ह आवंटन के पश्चात कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर अनुराग वर्मा और प्रेक्षक के.आर जैन ने चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की बैठक ली। उन्होंने संयुक्त बैठक में त्रि-स्तरीय पंचायत आम निर्वाचन 2021-22 के चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों से जिले में शांतिपूर्ण निर्वाचन संपन्न कराने में सहयोग और निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आदर्श आचार संहिता का पालन करने की समझाइश दी। उन्होंने कहा कि प्रचार अवधि में शांतिपूर्ण ढंग से अभ्यर्थी आचार संहिता का पालन करते हुए चुनाव प्रचार और मत याचना करें। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। किसी भी समस्या या शिकायत होने पर प्रेक्षक अथवा चुनाव कार्य में संलग्न अधिकारियों के ध्यान में लाएं। इस मौके पर सहायक रिटर्निंग ऑफीसर जिला पंचायत नीरज खरे, सुरेश जादव, जिला मास्टर ट्रेनर डॉ बीके गुप्ता भी उपस्थित थे। मास्टर ट्रेनर डॉ गुप्ता ने अभ्यर्थियों को मतदान प्रक्रिया, मतगणना प्रक्रिया सहित निर्वाचन के दिशा-निर्देशों से अवगत कराया।