Omicron Cases in India: दुनिया में ओमिक्रोन वारयस के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। भारत में भी मरीजों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है। ताजा मामला दिल्ली का है। यहां जिम्बाब्वे से लौटे एक मरीज में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है। मरीज को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं ओमिक्रोन की रोकथाम के लिए मुंबई में 11 और 12 दिसंबर यानि आज और कल धारा 144 लगा दी गई है। सभी तरह के धरना-प्रदर्शन और रैली पर रोक लगा दी गई है।
इस बीच, सुकून देने वाली बात यह है कि भारत में अब तक सामने आए ज्यादा मरीजों में हल्के लक्षण मिले हैं। इसी तरह दक्षिण अफ्रीका से भी अच्छी खबर है। यहां मरीजों की संख्या भले ही बढ़ रही हो, लेकिन एक भी मौत नहीं हुई है। दक्षिण अफ्रीका में अभी कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के गंभीर होने के संकेत नहीं मिले हैं। बता दें, कोरोना वायरस के ओमिक्रोन का पहला केस दक्षिण अफ्रीका में नजर आया था। इस बीच, खबर है कि दक्षिण कोरिया में भी कोरोना संक्रमण के मामले फिर बढ़ने लगे हैं। लगातार तीन दिनों से मामलों में वृद्धि हो रही है।
मुंबई में तीन और पुणे में चार और नए मामले मिले
इससे पहले शुक्रवार को भारत में कोरोना के नए ओमिक्रोन वैरिएंट के मामले बढ़कर 32 हो गई थी। शुक्रवार देर रात महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में ओमिक्रोन के सात और नए मामले मिले हैं। इनमें मुंबई में तीन और पुणे के पिंपरी-चिंचवाड़ नगर निगम क्षेत्र में चार मामले शामिल हैं, जिनमें साढ़े तीन साल की एक बच्ची भी है। ये सभी लोग ब्रिटेन और अफ्रीकी देशों से हाल ही में लौटे थे। सात में चार मरीज पूरी तरह से टीका लगवा चुके थे। इससे पहले महाराष्ट्र में 10, राजस्थान में नौ, गुजरात में तीन, कर्नाटक में दो और दिल्ली में ओमिक्रोन का एक मामला सामने आया था।
ज्यादातर मरीजों में हल्के लक्षण
राहत की बात यह है कि इसके ज्यादातर मरीजों में हल्के लक्षण हैं। पुणे में पहले पाए गए ओमिक्रोन के सात में से पांच मरीजों की कोरोना जांच रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई है। लोकसभा में शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि इस नए वैरिएंट पर मौजूदा वैक्सीन के प्रभाव का पता लगाने के लिए अभी अध्ययन चल रहा है। अध्ययन के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने दिन में प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अभी तक देश में ओमिक्रोन के 25 मामले पाए गए हैं। इनमें से ज्यादातर में संक्रमण के हल्के लक्षण हैं।