Will face the new variant of corona in madhya pradesh on public participation model: digi desk/BHN/भोपाल/कोरोना के नए वैरियंट ‘ओमिक्रान” का सामना जनभागीदारी माडल पर किया जाएगा। हम संकट के मुहाने पर खड़े हैं। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को नईदिल्ली में एक निजी कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आक्सीजन संयंत्र, वेंटीलेटर सहित अन्य सभी आपातकालीन व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। हमारा प्रयास होगा कि इन सबकी जरूरत ही न पड़े। मास्क, शारीरिक दूरी व अन्य सावधानियों का कड़ाई से पालन करने के लिए वातावरण तैयार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मिल-जुलकर संभावित संकट का मुकाबला करेंगे। यहां मुख्यमंत्री ने बिजली बचाने की अपील करते हुए कहा कि मैं व्यक्तिगत स्तर पर भी बिजली बचाने के प्रयास करता हूं। बल्ब या ट्यूबलाइट फिजूल जलती देख मैं खुद बंद कर देता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना में अनाथ हुए बधाों के साथ संपूर्ण मानवीय संवेदना से खड़ी है। परिवार के सदस्य के भाव से इन बधाों के भरण-पोषण, आवास और पढ़ाई की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रदेश के ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य 10 प्रतिशत तक बिजली बचाने का है, जिसे हम जनभागीदारी से हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण भी जरूरी है। मैंने रोज पौधे लगाने का संकल्प लिया है, जिसे मैं पूरा कर रहा हूं।
कोरोना संकट के चलते आइएएस सर्विस मीट स्थगित
कोरोना संकट के कारण दो साल से टल रही आइएएस सर्विस मीट एक बार फिर स्थगित हो गई है। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के चलते आइएएस आफिसर एसोसिएशन ने सर्विस मीट को स्थगित करने का निर्णय लिया है। यह सर्विस मीट 17,18 और 19 दिसंबर को भोपाल में प्रस्तावित थी। इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करने की स्वीकृति दी थी।
एसोसिएशन के अध्यक्ष आइपीसी केशरी ने बताया कि जिस तरह से कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को लेकर सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं, उसमें हम कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं। हमारी पहली प्राथमिकता इस संकट से निपटने की है। इसे देखते हुए सर्विस मीट को स्थगित करने का निर्णय लिया है। स्थितियां सामान्य होने के बाद सर्विस मीट करने के बारे में विचार किया जाएगा। इसके पहले भी कोरोना संकट की वजह से सर्विस मीट नहीं हो पाई थी। इसमें प्रदेशभर के आइएएस अधिकारी परिवार सहित हिस्सा लेते हैं और सांस्कृतिक, खेलकूद और मनोरंजन से जुड़ी गतिविधियां होती हैं।