सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में धान उर्पाजन का कार्य 29 नवंबर से 15 जनवरी तक किया जाना है। शासन द्वारा जारी नीति-निर्देशों के तहत जिला स्तरीय उर्पाजन समिति उपार्जन संबंधी समस्त विवादों का अंतिम निराकरण तथा उपार्जित स्कंध की गुणवत्ता की निगरानी करेगी। कलेक्टर अजय कटेसरिया द्वारा उपार्जन संबंधी सभी विवादों के लिये अपर कलेक्टर राजेश को सिंगल प्वाईंट ऑफ कॉन्टैक्ट (एसपीओसी) के रूप में नियुक्त किया गया हैं। श्री शाही राज्य स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों से सीधे संपर्क में रहेंगे।
अनुभाग स्तरीय दल गठित
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा जारी नीति-निर्देशो के अनुसार खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में जिले के समस्त अनुभागों में पंजीकृत कृषकों से 29 नवंबर से 15 जनवरी 2022 तक धान उपार्जन का कार्य निर्धारित उपार्जन केन्द्रों में किया जायेगा। कलेक्टर अजय कटेसरिया द्वारा समस्त अनुभागों के खरीदी केन्द्रों में आ रही स्कंध की गुणवत्ता (एफएक्यू और नॉन एफएक्यू), उपार्जन की सतत निगरानी तथा क्रेता और विक्रेता के विवादों के निराकरण के लिये अनुभाग स्तरीय दल का गठन किया गया है।
कलेक्टर द्वारा जारी आदेशानुसार दल में संबंधित अनुभागों के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), अनुविभागीय अधिकारी (कृषि), सहकारिता विस्तार अधिकारी, शाखा प्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, गोदाम प्रभारी एमपीएससीएससी, गोदाम प्रभारी एमपीडब्ल्यूएलसी, सचिव कृषि उपज मंडी सतना एवं क्षेत्रीय सहायक और कनिष्ठ आपूर्ति शामिल हैं।
गठित दल संबंधित अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के नेतृत्व में धान उपार्जन अवधि के दौरान खरीदी केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण कर सुनिश्चित करेंगे बिक्री के लिए आ रही निर्धारित मानकों के आधार पर खरीदी जा रही हो तथा केन्द्रों के प्रभारी द्वारा शासन द्वारा जारी नीति-निर्देशों के तहत कार्यवाही संपादित की जा रही हो। इसके साथ ही उपार्जन कार्य में लापरवाही या अनियमितता पाये जाने पर संबंधित के विरुद्ध सक्षम अधिकारी से कार्यवाही कराना भी सुनिश्चित करेंगे।