Breast Cancer Awareness: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ स्तन एक महिला के शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। यह भाग महिलाओं को सुंदर बनाता है, बल्कि अन्य कार्य में भी मदद करता है। स्तन बच्चे के जन्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। मां इससे जरिए नवजात का पेट भरती हैं। ऐसे में औरतों को इसकी भाग की देखभाल करना बेहद जरूरी है। हालांकि आज कल महिलाओं में स्तन कैंसर से केस काफी बढ़ रहे हैं। 35 से 50 वर्ष की स्त्री में सबसे कई स्तन कैंसर के मामले सामने आए हैं। आइए जानते हैं क्या है इसके पीछे का कारण।
जागरूकता की कमी
रिपोर्ट्स के अनुसार स्तन कैंसर के बारे में अभी बहुत कम जागरूकता है। महिलाएं इस बारे में बात करने और बताने में संकोच करती है। इस कमी के कारण हर 20 में से एक महिला को स्तन कैंसर से पीड़ित होती है। इस विषय को लेकर लोगों में जागरूकता की कमी और विभिन्न भ्रांतियों के कारण स्तन कैंसर के मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कई लोगों को स्तन कैंसर के शुरुआती निदान और आखिरी चरण में इसका इलाज करने के तरीकों के बारे में पता नहीं है।
वैश्विक महामारी बनी कारण
हाल के सालों में वायरस के प्रकोप और महामारी बढ़ने से लोगों के बीच हॉस्पिटल जाने में झिझक बढ़ गई है। इस कारण कई लोग अस्पताल जाने से कतराते हैं और नियमित जांच में देरी करते हैं। इस कारण कई महिलाएं ने इस घातक बीमारी के शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज कर देती हैं। यहीं बड़ा स्तन कैंसर के केस बढ़ने का बड़ा कारण है।
स्तन कैंसर के कारण
1. पारिवारिक इतिहास।
2. लंबे समय तक अंतर्जात एस्ट्रोजेन के संपर्क में रहना।
3. समय से पहले मासिक धर्म आना।
4. गर्भनिरोध गोलियों का सेवन करना।
5. हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी।
6. शराब का सेवन, मोटापा, कम समय के लिए स्तनपान और शारीरिक गतिविधियों की कमी।
स्तन कैंसर के लक्षण
1. स्तन में गांठ या मस्से।
2. पूरे स्तन या किसी हिस्से में सूजन होना।
3. स्तन की त्वचा में अचानक परिवर्तन होना।
4. निप्पल में बदलाव,असामान्य तरल पदार्थ निकलना और दर्द होना।
5. अंडरआर्म में गांठ।