Pushya Nakshatra: इंदौर/ दीपावली के सात दिन पहले खरीदी का महामुहूर्त पुष्य नक्षत्र 24 घंटे 40 मिनिट रहेगा। इस बार नक्षत्रों के राजा पुष्य शनिवार और रविवार के दिन आने से शनि और रवि पुष्य का संयोग बनेगा। ज्योतिर्विदों के मुताबिक इस मौके पर स्वर्ण आभूषण, खाता बही के साथ नवीन वस्तुओं की खरीदी स्थायी फल प्रदान करती है। इसके चलते शहर के बाजार भी दो दिन खरीदारों से गुलजार रहेंगे। सराफा व्यापारी इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं।
ज्योतिर्विद आचार्य शिवप्रसाद तिवारी ने बताया कि नीमच के निर्णय सागर पंचांग के अनुसार पुष्य नक्षत्र 7 नवंबर शनिवार को सुबह 8:04 बजे शुरू होगा जो अगले दिन 8 नवंबर रविवार को सुबह 8:44 बजे तक रहेगा। इसके चलते मतमतांतर के साथ दोनों दिन पुष्य नक्षत्र रहेगा। इधर उज्जैन के पंचांग के मुताबिक पुष्य नक्षत्र शुक्रवार को तड़के 4:32 बजे से शुरू होगा जो शनिवार सुबह 5:02 बजे तक रहेगा। दीपावली पर महालक्ष्मी पूजन 14 नवंबर को होगा।
मांगलिक कार्य के लिए पुष्य नक्षत्र को श्रेष्ठतम
ज्योतिर्विद का कहना है कि पुष्य नक्षत्र को पोषण देने वाला माना जाता है। इसमें की गई खरीदी सुख-समृद्धि प्रदान करती है। ज्योतिष शास्त्र में पुष्य और अश्विनी नक्षत्र औषधि बनाने व प्रयोग के लिए उत्तम माने गए हैं। यह समस्त नक्षत्रों का सम्राट है जो सभी प्रकार के दोषों को नष्ट करता है। पुष्य नक्षत्र ग्रह विरुद्ध होने पर भी सम्पूर्ण कार्यों की सिद्धि करता है। विवाह को छोड़कर शेष सभी मांगलिक कार्य के लिए पुष्य नक्षत्र को श्रेष्ठतम माना गया है।
चौघड़ियानुसार शनिवार (7 अक्टूबर) को खरीदी के मुहूर्त
- – शुभ : सुबह 8:09 से 9:39 बजे तक।
- – चंचल: दोपहर 12:40 से 2:09 बजे तक।
- – लाभ : दोपहर 2:10 से 3:39 बजे तक।
- – अमृत : दोपहर 3:40 से 5:09 बजे तक ।
चौघड़ियानुसार रविवार (8 अक्टूबर) को खरीदी के मुहूर्त
- – शुभ : सुबह 6,40 से 8.10 बजे तक।
- – अमृत : सुबह 8.11 से 9.40 बजे तक।
- – चंचल : सुबह 9.41 से 11.10 बजे तक।
- – लाभ : दोपहर 2.10 से 3.40 बजे तक।
- – शुभ : शाम5.10 से 6.40 बजे तक।