IRCTC Convenience Fee: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ रेलवे की ऑनलाइन टिकट बुकिंग इकाई आईआरसीटीसी (IRCTC) ने राहत की सांस ली है। रेल मंत्रालय ने अपना वहां फैसला वापस ले लिया है, जिसमें कहा गया था कि आईआरसीटी को मिलने वाल सुविधा शुल्क यानी IRCTC Convenience Fee का 50 फीसदी हिस्सा सरकार लेगी। इस फैसले के सामने आने के बाद IRCTC के शेयर में भारी गिरावट देखने को मिली थी। अब DIPAM सचिव तुहिन कांता पांडे ने शुक्रवार को ट्वीट किया, रेल मंत्रालय ने आईआरसीटीसी सुविधा शुल्क पर फैसला वापस लेने का फैसला किया है।
जानिए क्या है IRCTC Convenience Fee
आईआरसीटीसी की ओर से सेबी को जानकारी दी गई कि रेलवे राजस्व साझा करने की व्यवस्था एक नवंबर से लागू करने जा रहा है। ग्राहकों से लिया जाने वाला सुविधा शुल्क (IRCTC Convenience Fee) टिकट के भाड़े में शामिल नहीं होता और यह वेबसाइट के जरिये टिकट बुक करने की आईआरसीटीसी द्वारा सुविधा देने के लिए वसूला जाता है। ग्राहकों से वसूले जाने वाले सुविधा शुल्क के रूप में आईआरसीटीसी को एक बड़ा राजस्व मिलता है। IRCTC ही रेलवे की ऐसी कंपनी है जो ट्रेन में फूड सर्विस मैनेज करती है। साथ ही ऑनलाइन टिकट और कैटरिंग सर्विस देती है।
IRCTC के शेयर हो गए थे धड़ाम
50 फीसदी Convenience Fee वसूले जाने की सूचना आने के बाद आईआरसीटीसी के शेयर गिर गए थे। आईआरसीटीसी के शेयर शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में करीब 10 फीसदी की गिरावट के साथ 822.40 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए थे।