Health News: digi desk/BHN/ ठंड के मौसम में लकवा के केस काफी बढ़ जाते हैं। ऐसे में सर्दी के मौसम में स्वस्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। खासतौर पर ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के रोगियों को सर्वाधिक सतर्कता बरतनी चाहिए। अगर मरीज को सहीं वक्त पर हॉस्पिटल में एडमिट कराया जाए, तो जान बचाई जा सकती है। यूरोपियन जर्नल ऑफ एपिडिमियोलॉजी के अनुसार जो व्यक्ति मोटा होता है, धूम्रपान करते हैं या हाई ब्लड प्रेशर के रोगी हैं। उन्हें स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा 30 प्रतिशत अधिक होता है।
ब्रेन स्ट्रोक में पहला चार घंटे महत्वपूर्ण
मस्तिष्क रोग विशेषज्ञ डॉक्टर उज्जवल राय ने कहा कि इस साल का थीम मिनट्स कैन सेव लाइफ है। उन्होंने कहा कि ब्रेन स्ट्रोक में पहला चार घंटा काफी महत्वपूर्ण होता है। वेदर में तापमान कम होने से नसें सिकुडने लगती है। इस वजह से दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन धीमा होने लगता है। अगर बॉडी का कोई अंग टेढ़ा हो जाए, देखने और सुनने की क्षमता प्रभावित होने लगे। तब तुरंत डॉक्टरों से परामर्श करना चाहिए।
ब्लड प्रेशर के मरीजों को ध्यान देने की जरूरत
डॉ. उज्जवल ने कहा कि सीटी स्कैन या एमआरआई जांच कर लकवा की स्थिति का पता किया जा सकता है। वहीं रिम्स मेडिसिन के विभाग अध्यक्ष डॉक्टर विद्यापति ने बताया, सर्दी के मौसम में ब्रेन स्ट्रोक के मरीज सबसे अधिक भर्ती होते हैं। इस मौसम में ब्लड प्रेशर के रोगियों को खास ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि बीपी का स्तर अनकंट्रोल हो जाता है।
सर्दियों में कैसे रखें खुद का ध्यान
किसी भी वायरस से लड़ने के लिए इम्यून सिस्टम एंटीबॉडी बनाता है। धूप से शरीर में एंटीबॉडी अधिक बनती है। सूर्य की किरणें सूजन और हाई ब्लड प्रेशर को कम करता है। सर्दियों में 40 मिनट प्रतिदिन कसरत करना चाहिए। इससे ब्ल्ड प्रेशर और लकवा का खतरा 28 प्रतिशत तक कम होता है।