Family Court News: digi desk/BHN/ ग्वालियर/कुटुंब न्यायालय में पति-पत्नी के विवाद के रोचक मामले सामने आ रहे हैं। पति ने पत्नी पर किन्नर होने के आरोप लगाते हुए विवाह शून्य कराने परिवाद पेश किया है, लेकिन पत्नी ने पलवार करते हुए कहा कि यह सिद्ध करने का दायित्व पति का है। अब पति ने पत्नी के मेडिकल की जांच की मांग की है। ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके। लेकिन कोर्ट ने मेडिकल जांच को लेकर आदेश नहीं किए हैं। हो सकता है कि अगली सुनवाई में मामले में जांच के आदेश हो जाएं।
गजेंद्र (परिवर्तित नाम) के पिता स्वास्थ खराब होने ने जल्दी विवाह कर दिया। पत्नी किसी कारण से पति को टहलाती रही और लंबे समय तक दांपत्य संबंध नहीं बने। इसको लेकर पति को शक किया और पति ने स्वास्थ परीक्षण कराया। इस रिपोर्ट के बाद पति-पत्नी में झगड़ा होने लगा। पति ने कुटुंब न्यायालय में विवाह शून्य का अावेदन लगाया है।
परिवाद में तर्क दिया है कि यह विवाह मान्य नहीं किया जा सकता है। पत्नी किन्नर है। इसलिए विवाह को शून्य कराया जाए। पत्नी भी इस दावे का विरोध कर रही है। अधिवक्ता पुरुषोत्तम शर्मा का कहना है कि मेडिकल जांच होनी है। मेडिकल जांच तीन बिंदुओं पर की है कि ये वंश को आगे बढ़ा सकती है या नहीं। पति को सिद्ध करना है कि पत्नी कौन है। यह मेडिकल परीक्षण से ही संभव है। हालांकि कोर्ट ने अभी मेडिकल जांच को लेकर कोई आदेश नहीं दिया है।