सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ रैगांव विधानसभा में 30 अक्टूबर को उप चुनाव हो रहे हैं , इसके पूर्व ही शह और मात का खेल भाजपा और कांग्रेस के बीच खेला जाने लगा है। इंटरनेट मीडिया में भाजपा प्रत्याशी प्रतिमा बागरी के एक से अधिक स्थानों पर मतदाता सूची में नाम होने और संविधान के तहत आपराधिक मामला दर्ज किए जाने को लेकर जब संदेश वायरल हुआ तो सोमवार को घमासान मच गया और भाजपा नेताओं की सांसे हलक में अटक गयीं। दरअसल इस मुद्दे को भुनाने कांग्रेस ने भी जोर-शोर से तैयारी की और रिटर्निंग अधिकारी के पास शिकायत सौंपी। चुनाव मैदान में पूर्व विधायक जुगुल बागरी के बेटे-बहू को किनारे कर भाजपा प्रत्याशी बनाई गई प्रतिमा बागरी की उम्मीदवारी पर खतरे के बादल मंडराने लगे। नामांकन पत्र जमा होने के बाद सामने आए प्रतिमा के एक सच ने न केवल उनकी बल्कि भाजपा की भी मुश्किलें बढ़ा दीं। एक ही वक्त पर प्रतिमा के दो जगह से मतदाता होने के सामने आए साक्ष्यों ने भाजपाई खेमे में खलबली मचा दी। जिसके बाद भाजपा को भी सामने आना पड़ा और जवाब देना पड़ा, जिसमें कहा गया कि दूसरे स्थान से नाम कटवाने के लिए पहले ही आवेदन दिया जा चुका था। वहीं सोमवार को नामांकन फार्मों की स्क्रूटनी में इस मामले के आने के बाद लगभग दो घंटे चली लंबी जांच के बाद अंत में प्रतिमा बागरी का आवेदन मान्य कर लिया गया। जिससे भाजपा ने राहत की सांस ली।
यह है मामला
रैगांव उप चुनाव में भाजपा की प्रत्याशी बन कर मैदान में उतरीं प्रतिमा बागरी का नाम सतना जिले की दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों नागौद और रैगांव के गांवों की मतदाता सूची में दर्ज होने का मामला सामने आया था। नामांकन पत्रों की संवीक्षा के ठीक पहले सामने आई इस जानकारी ने भाजपा और भाजपा प्रत्याशी दोनों की मुश्किलें बढ़ा दीं थीं। हालांकि भाजपा का कहना है कि प्रतिमा ने नागौद विधानसभा क्षेत्र के ग्राम अमदरी की वोटर लिस्ट से अपना नाम काटने का आवेदन देकर पावती पहले ही ले ली है। वे रैगांव को कोठी में ही मतदाता हैं। अब आगे का काम निर्वाचन आयोग एवं कार्यालय का है। लिहाजा उनके लिए परेशानी का कोई विषय ही नहीं है, लेकिन जानकारों की मानें तो यह लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 17 एवं 31 के तहत दंडनीय अपराध है। वहीं सोमवार सुबह इंटरनेट मीडिया में प्रतिमा-संदीप (31) के ना्म रामपुर बाघेलान सहित अमदरी, कोठी, सतना, मैहर, कुआं गांव की मतदाता सूची पर भी नाम सामने आने के संदेश और आनलाइन मतदाता सूची वायरल हुई जिसके बाद भाजपा की चिंता बढ़ने लगी।
इन्होंने लगाई आपत्ति
नामांकन फार्म में दी गई जानकारी में साक्ष्य छुपाने को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी कल्पना वर्मा और राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी पुष्पेंद्र बागरी ने स्क्रूटनी में प्रतिमा बागरी के नामांकन पर आपत्ति लगाई थी। राष्ट्रीय क्रांति कारी समाजवादी पार्टी के प्रत्यासी पुष्पेंद्र बागरी ने भी भाजपा उम्मीदवार पर राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते फर्जीवाड़े का आरोप लगाया और सारे दस्तावेज के साथ आपत्ति दर्ज कराई। जिसकी जांच रिटर्निंग अधिकारी नीरज खरे ने की और आवेदन मान्य के बाद आपत्ति खारिज कर दी।
इनका कहना है
प्रतिमा बागरी का दो स्थानों पर वोटर लिस्ट में नाम था जिसमें से एक का नाम कटवाने के लिए पहले ही आवेदन दिया जा चुका है। इसलिए हम चिंतित नहीं हैं। रिटर्निंग अधिकारी इस पर संज्ञान लेंगे।
– नरेंद्र त्रिपाठी, जिलाध्यक्ष भाजपा
संविधान के अनुसार एक साथ कई स्थानों पर मतदाता सूची में नाम होना आपराधिक मामला है। इस पर हम चुनाव आयोग में आपत्ति दर्ज करा रहे हैं और इसे आगे तक ले जाएंगे। आगे चुनाव आयोग का जो फैसला होगा वही मान्य होगा।
– लखन घनघोरिया, कांग्रेस चुनाव प्रभारी रैगांव
मतदाता सूची में भाजपा प्रत्याशी का नाम एक दो जगह नहीं अपितु तीन चार जगह है, और संवैधानिक रूप से यह आपराधिक मामला बनता है। प्रदेश में साकार भाजपा की है तो कुछ भी हो सकता है पर हम हार नहीं मानने वाले हैं, इस पूरे मामले को पार्टी के वरिष्ठ नेता चुनाव आयोग तक ले जाएंगे।
कल्पना वर्मा, कांग्रेस प्रत्याशी रैगांव विधान सभा