Blood Donation Benefits: digi desk/BHN/हर साल एक अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस मनाया जाता है। ताकि उन सभी लोगों को धन्यवाद दिया जा सके जिन्होंने ज़िंदगियां बचाने के लिए रक्तदान किया और लोगों को इसके प्रति जागरुक भी कर सकें। अगर हर व्यक्ति हर तीन महीनें में नियमित रूप से रक्तदान करे, तो ख़ून की कमी से किसी को तकलीफ या किसी की जान नहीं जाएगी।
रक्तदान से नहीं कोई नुकसान
आमतौर पर लोग रक्त दान से इसलिए डरते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे शरीर में कमज़ोरी हो जाएगी। जबकि ऐसा नहीं है ब्लड डोनेट करने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं। रक्तदान से दिल की सेहत में सुधार होता है, वज़न कंट्रोल में रहता है, कैंसर जैसी बीमारियों का जोखिम कम होता है। रक्तदान से न सिर्फ आपके शरीर पर बल्कि दिमाग़ पर भी पॉज़ीटिव असर पड़ता है। ब्लड डोनेशन से आप किसी ज़रूरतमंद की जान बचाते हैं, और साथ ही आपकी सेहत को भी कई फायदे होते हैं। यही वजह है कि लोगों को इसके बारे में जागरुक करना बेहद ज़रूरी है।
जानें ब्लड डोनेशन के फायदे
वज़न कंट्रोल में रहता है
रक्तदान करने से वज़न कैलोरी बर्न होती है, जिससे वज़न कम होता है। लाल रक्त कोशिकाओं का स्तर कुछ महीने में बराबर हो जाता है। साथ में अगर आप हेल्दी डाइट और वर्कआउट करते हैं, तो इससे वज़न कंट्रोल में रहेगा।
दिल हेल्दी रहता है
ब्लड डोनेट करने से आपके दिल की सेहत भी अच्छी रहती है। रक्त दान करने से शरीर में आयरन की मात्रा संतुलित रहती है। जिसका असर दिल की हेल्थ पर पड़ता है। दिल से जुड़ी बीमारियों और स्ट्रोक का ख़तरा भी कम होता है।
रेड सेल्स का उत्पादन
रक्तदान करने के बाद शरीर खून की कमी को पूरा करने में जुट जाता है। जिससे शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं ज़्यादा बनती हैं, और आपकी सेहत में सुधार आता है।
कैंसर का जोखिम कम
अगर आप नियमित रूप से रक्तदान करते रहते हैं, तो इससे आपके शरीर में आयरन की अधिकता नहीं होती। जिससे आपका शरीर कुछ खास तरह के कैंसर के जोखिम से बच सकता है।
सेहत अच्छी रहती है
एक स्वस्थ व्यक्ति हर तीन महीने में रक्तदान कर सकता है। ऐसे में अगर नियमित रूप से रक्तदान करते हैं, तो इससे शरीर बेहतर सेहत की ओर जाता है। इसका असर आपको साफ अपनी फिटनेस पर दिख सकता है। ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है। ब्लड डोनेशन से आप किसी की जान बचा सकते हैं, बुरे वक्त में किसी के काम आ सकते, जो आपके दिल और दिमाग़ को अलग ही ख़ुशी और संतुष्टि देता है।