Madhya Pradesh Bribe News: digi desk/BHN/ भोपाल/ एम्स भोपाल के डिप्टी डायरेक्टर धीरेंद्र प्रताप सिंह को कोर्ट ने एक अक्टूबर तक सीबीआइ को रिमांड पर सौंप दिया है। धीरेंद्र के बैंक खाते में सात लाख रुपये जमा होने की जानकारी मिली है। उसके पास से 450 ग्राम सोने की ज्वेलरी भी मिली है। दस्तावेजों के आधार पर संपत्ति की जानकारी जुटाई जा रही है। उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को धीरेंद्र को निलंबित कर दिया है। सीबीआइ की कार्रवाई के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एम्स भोपाल के डायरेक्टर से इस बारे में जानकारी मांगी थी। घटना की पुष्टि करते हुए डायरेक्टर डॉ. सरमन सिंह ने मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी थी, जिसके आधार पर निलंबन की कार्रवाई की गई।
मालूम हो, धीरेंद्र को शनिवार को सीबीआइ ने 40 लाख रुपये का बिल पास करने के लिए एक लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। उसके घर से सात लाख रुपये नकद भी मिले थे। धीरेंद्र के घर से मिले दस्तावेजों के आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि संपत्ति करोड़ों रुपये की हो सकती है। यह आय से अधिक संपत्ति का मामला भी बनने के आसार हैं। जांच एजेंसी ने बैंक से धीरेंद्र और उसके परिवार के बारे में जानकारी मांगी है।
धीरेंद्र के पास दो बैंक लॉकर हैं। अभी इन्हें खोला नहीं गया है। सूत्रों का कहना है कि धीरेंद्र जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। उसके घर से मिले सात लाख रुपये नकद मिलने के संबंध में उसने कहा है कि यह राशि उसे ससुराल पक्ष से मिली है। धीरेंद्र के परिवार के सदस्य भी बहुत अधिक जानकारी नहीं दे सके हैं।
जानकारी के अनुसार, जांच एजेंसी की पूछताछ का फोकस म्यूचुअल फंड में निवेश किए गए 80 लाख रुपये को लेकर रहेगा। यह राशि किस माध्यम से आई और परिवार के किन लोगों के नाम पर इसमें निवेश किया गया, इस बारे में पूछताछ की जा रही है। धीरेंद्र के पास से बरामद दस्तावेजों में भी संपत्ति की जानकारी है। इस संबंध में रिमांड अवधि के दौरान जानकारी ली जाएगी।