Delhi police special cell interrogation ISI trained terrorists to blow bridges and railway tracks: digi desk/BHN//नई दिल्ली/दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ द्वारा गिरफ्तार किए गए आतंकवादियों ने पूछताछ में सनसनीखेज जानकारियां दी हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने इन आतंकियों को बड़े पैमाने पर लोगों की हत्या करने के लिए पुलों और रेलवे पटरियों को उड़ाने के लिए ट्रेनिंग दी थी। पाकिस्तान के सिंध प्रांत के थट्टा में आइएसआइ ने संदिग्ध आतंकियों ओसामा और जीशान को प्रशिक्षित किया था। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों ने भारत में हमलों को अंजाम देने के लिए रेलवे ट्रैक की रेकी करने का निर्देश दिया था।
आतंकियों से पूछताछ में पता चला है कि ओसामा और जीशान को अधिक यात्रियों वाली ट्रेनों के समय और मार्ग का विवरण हासिल करने के लिए निर्देश दिए गए थे ताकि बम धमाकों में बड़ी संख्या में लोग मारे जाएं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि स्पेशल सेल द्वारा पकड़े जाने पर आतंकियों के कब्जे से 1.5 किलो आरडीएक्स बरामद किया गया था जो बड़े पैमाने पर तबाही मचाने के लिए काफी है। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड यानी एटीएस और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की एक टीम अभी भी आतंकियों से पूछताछ कर रही हैं।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस एक अन्य संदिग्ध आतंकी जान मोहम्मद को खंगाल रही है जिसके डी कंपनी के संचालक होने का संदेह है। उसे दिल्ली जाते वक्त कोटा में गिरफ्तार किया गया था। महाराष्ट्र एटीएस प्रमुख विनीत अग्रवाल ने बताया कि जान मोहम्मद मुंबई के धारावी का रहने वाला है। पुलिस ओसामा के पिता हुमैद-उर-रहमान की खोजबीन कर रही है। हुमैद-उर-रहमान पर आतंकी माड्यूल का मास्टरमाइंड होने का संदेह है। सूत्र बताते हैं कि हुमैद ने ही ओसामा और जीशान कमर को ट्रेनिंग के लिए ओमान के मस्कट भेजा था।
यूपी के इलाहाबाद का निवासी जीशान कमर और ओसामा जब मस्कट पहुंचे तो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के जासूस उन्हें विस्फोटक और बम बनाने की ट्रेनिंग देने के लिए समुद्री मार्ग से ग्वादर बंदरगाह ले गए थे। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक जीशान कमर और ओसामा को सिंध प्रांत के थट्टा में एक फार्महाउस पर ले जाया गया था जहां उनको बम और आइइडी बनाने की ट्रेनिंग दी गई थी। फार्महाउस में तीन पाकिस्तानी नागरिक जिनमें से जब्बार और हमजा ने उन्हें ट्रेनिंग दी थी।