Bhupendra patel took oath as cm of Gujarat: digi desk/BHN/अहमदाबाद,भूपेंद्र पटेल ने सोमवार को हाथ में श्रीमद् भगवद् गीता रखकर गुजरात के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल राजभवन में शपथ लेने के बाद सीधे स्वर्णिम संकुल-एक पहुंचे। यहां उन्होंने अपने कार्यालय में पदभार ग्रहण करने से पहले दादा भगवान सीमंधर स्वामी की प्रतिमा को पुष्प अर्पित किए तथा दादा भगवान के अनुयायियों व परिजनों के साथ स्तुतिगान व पाठ किए। भूपेंद्र भाई दादा भगवान फाउंडेशन से जुड़े हैं तथा पाटीदारों की संस्था विश्व उमिया फाउंडेशन व सरदार धाम में ट्रस्टी भी हैं। रविवार को भी भूपेंद्र पटेल राजभवन में सरकार बनाने का प्रस्ताव पेश करने के बाद सीधे गुजरात की अध्यात्मिक संस्था दादा भगवान फाउंडेशन पहुंचे थे। यहां उन्होंने दादा भगवान की प्रतिमा के समक्ष नतमस्तक हुए तथा नीरू मां के उत्तराधिकारी पूज्य दीपक भाई का आशीर्वाद लिया। भूपेंद्र भाई वर्षों से इस अध्यात्मिक संस्था से जुड़े हैं। देश व दुनिया में इसके कई सत्संंग केंद्र हैं। गुजरात में सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक समारोह के साथ जरूरतमंदों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य व आवास सुविधाएं भी उपलब्ध कराते हैं। दुनिया में दादा भगवान के लाखों श्रद्धालु हैं। इसकी स्थापना सूरत के अंबालाल पटेल ने की, जो दादा भगवान के रूप में प्रचारित हुए। आत्मज्ञान के जरिए जीवन को सरल व सुखी बनाने का प्रचार ही इनका प्रमुख ध्येय है।
नई टीम पर सबकी निगाहें
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अगुवाई में मंगलवार को गांधीनगर मुख्यमंत्री आवास पर प्रदेश भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक होगी। गुजरात विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की चर्चा है, जबकि राज्य के शिक्षा व कानून मंत्री भूपेंद्र सिंह चूडासमा को विधानसभा अध्यक्ष बनाने की अटकलें हैं। बैठक में नई सरकार के मंत्रिमंडल पर मंथन होगा। परिणाम नहीं देने वाले कुछ मंत्रियों को सरकार के बजाये संगठन में ले जाया जाएगा। नए मंत्रिमंडल में अन्य पिछडा वर्ग व अनुसूचित जाति के नेताओं को खास तवज्जो मिल सकती है। वित्त मंत्रालय काबिना मंत्री सौरभ पटेल को दिया जा सकता है, जबकि गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा को कैबिनेट रेंक मिलने की संभावना है।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने उन्हें शपथ दिलाई। उनके मंत्रिमंडल का गठन बुधवार तक होगा। भूपेंद्र पटेल की नई टीम पर सबकी निगाहें टिकी हैं। उधर, कई वरिष्ठ मंत्रियों को संगठन में भेजे जाने की संभावना है। भाजपा उनके अनुभव व लोकप्रियता का लाभ अगले विधानसभा चुनाव में उठाना चाहती है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को अकेले शपथ ली है, जबकि उनके मंत्रिमंडल का गठन आगामी बुधवार तक होने की संभावना है। भाजपा में अब मंत्रिपद के लिए लाबिंग शुरू हो गई है। चुनावी साल में जातिगत व रणनीतिक समीकरण बिठाने में मुख्यमंत्री की परीक्षा होगी। राज्ये में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, नितिन पटेल, राजस्वभ मंत्री कौशिक पटेल, शिक्षामंत्री भूपेंद्र चूडास्मा सहित कई वरिष्ठ मंत्रियों को भाजपा के लिए जमीन तैयार करने के काम में लगाया जा सकता है। पार्टी उनकी लोकप्रियता व अनुभव का लाभ आगामी विधानसभा चुनाव में लेना चाहती है, ताकि वर्ष 1995 से गुजरात की सत्ता में काबिज भाजपा फिर भारी बहुमत के साथ सत्ता में लौट सके। भूपेंद्र पटेल राज्य के पांचवें पाटीदार मुख्यमंत्री हैं। पहली बार मूल अहमदाबाद से मुख्यमंत्री बनने का रिकार्ड भी उनके नाम दर्ज हुआ है।