Jaiphal or nutmeg benefits for children: digi desk/BHN/ जायफल (jaiphal or nutmeg) एक मसाला है जिसे लोग खाने में स्वाद और सुंगध के लिए इस्तेमाल करते हैं। ज्यादातर लोग इसे सीधे कूट कर या फिर गर्म मसाले में शामिल कर इस्तेमाल करते हैं। पर क्या आपको पता है कि जायफल के कुछ औषधीय गुण कई बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। इसमें कुछ एंटीबैक्टीरियल और एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो कि मौसमी बीमारियों के इलाज और इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करते हैं। यहां तक कि आप इसे अपने बच्चों को भी खिला सकते हैं। जी हां, जायफल आपके बच्चे की नींद को बेहतर बनाने के साथ सर्दी-जुकाम के घरेलू इलाज और पेट दर्द जैसे कई समस्याओं का इलाज कर सकता है। तो, आइए आज विस्तार से जानते हैं बच्चों के लिए जायफल के फायदे (jaiphal benefits for baby) और इस्तेमाल के तरीके ( how to use nutmeg for babies)
बच्चों के लिए जायफल के फायदे
1. सर्दी-जुकाम में
बच्चों को सर्दी-जुकाम होने पर जायफल उन्हें इससे राहत दिलाने में मदद करता है। जायफल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो कि मौसमी इंफेक्शनों को कम करने में मदद करता है। साथ ही जायफल की तासीर गर्म होती है, जिससे ये बच्चे के शरीर में गर्माहट पैदा करता है और खांसी-जुकाम को कम करने में मदद करता है। खांसी होने पर आप बच्चे को जायफल कूट कर और शहद में मिला कर चटा सकते हैं। ये काम आपको रात में सोने से पहले करना है जिससे रातभर में ये बच्चे पर असर कर सके। इसके अलावा अगर बच्चे के सीने में कफ के कारण जकड़न महसूस हो रही है या नाक बंद है तो, जायफल को पीस कर देसी घी में लेप बना कर उसके सीने में मलें। ये जकड़न को कम करने में मदद करेगा।
2. अपच की समस्या में
बच्चे छोटे हों या बड़े, अपच की समस्या को दूर करने में जायफल आपकी खास मदद कर सकता है। अगर आपका बच्चा छोटा है तो आप जायफल को कूट कर और इसे घी या शहद में मिला कर उसके नाभि पर लगा सकते हैं। ये उसके अपच और पेट दर्द को कम करने में मदद करेगा। साथ ही आप उसे सीधे शहद में मिला कर जायफल भी दे सकते हैं। ऐसी में ये तेजी से खाना पचाने में मदद करेगा और मेटाबोलिज्म तेज कर बच्चों में कब्ज की समस्या को भी दूर करने में मदद करेगा।
3. मुंह में छाले आने पर
बच्चों के मुंह में छाले आ जाएं तो वे खाना-पीना बंद कर देते हैं। ये उन्हें चिढ़चिढ़ा और परेशान भी बना देता है। ऐसे में जायफल आपके बच्चे की मदद कर सकता है। दरअसल, जायफल और मिश्री को मिला कर अगर लगातार लिया जाए तो ये पेट को ठंडा करता है और मुंह के छालों को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा आप बच्चे को जौ को पानी में भीगो कर, उसमें मिश्री और जायफल पाउडर मिला कर भी उन्हें दे सकते हैं। ये उनके छालों को तो कम करेगा ही साथ ही पेट से जुड़ी कई समस्याएं जैसे कि एसिडिटी से निजात दिलाने में भी मदद करेगा।
4. कान दर्द में
बच्चों में कान दर्द होने पर आ जायफल का प्रयोग कर सकते हैं। दरअसल, एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भी भरपूर है जो कान दर्द और सूजन को कम करता है। साथ ही इसका एंटी बैक्टीरियल गुण कान की गंदगी को साफ करने में भी मदद करता है। इसलिए बच्चों को जब कान दर्द हो तो आप दो तरीके से जायफल का प्रयोग कर सकते हैं। पहले तो आप जायफल को पीस कर और इसका लेप बना कर अपने काम के पीछे लगा सकते हैं जिससे कि कान दर्द और सूजन कम होता है। दूसरा आप अपने कान में जायफल का तेल बना कर डाल सकते हैं। इसके लिए सरसों के तेल में जायफल को डाल कर पकाएं। अब इस तेल को ठंडा होने दें और बच्चे के काम में डालें। ये कान दर्द के अलावा भी कान की अन्य समस्याओं को भी कम करने में मदद करेगा।
5. भूख बढ़ाने के लिए
अगर आपका बच्चा खाने-पीने में नखरा दिखाता है या उसे भूख नहीं लगती तो जायफल भूख बढ़ाने में मददगार है। इसके लिए जायफल को दूध में मिला कर बच्चों को पिलाएं। इससे पहले तो ये उनकी इम्यूनिटी बढ़ाएगा। दूसरा उनके मेटाबोलिज्म को तेज कर पेट साफ करेगा और डाइजेशन को तेज कर उनकी भूख बढ़ाएगा।
तो, ये थी वे 5 समस्याएं जिनसे निजात पाने के लिए आप जायफल का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा जायफल आपके बच्चे में दांत दर्द, मतली और दस्त आदि की समस्याओं को भी दूर करता। तो, अगर आपने अपने कभी जायफल का प्रयोग नहीं किया है तो, एक बार ये देसी नुस्खे अपना कर देखें।