Tokyo Paralympics: digi desk/BHN/जापान के टोक्यो में खेले जा रहे पैरालिम्पिक्स में भारत खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है। ताजा खबर यह है कि भारत को 10 मीटर एयर राइफल में गोल्ड मेडल दिलाने वालीं अवनि लेखारा ने अब ब्रांज मेडल जीता है। एक ही इवेंट में दो पदक जीतने वालीं वो देश की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं। इससे पहले जन्माष्टमी वाले दिन शूटर अवनि लेखारा ने रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण जीता था। वे गोल्ड जीतने वाली भारतीय इतिहास की पहली महिला पैरालिंपिंक बनी थीं। अब अवनि लेखारा ने महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3पी एसएच1 में 445.9 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए अवनि को बधाई दी है।
सुबह प्रवीण ने दिलाया था सिल्वर, भारत के कुल मेडल 12
इससे पहले शुक्रवार सुबह पुरुषों की हाई जम्प में भारत के प्रवीण कुमार (Praveen Kumar) ने सिल्वर मेडल जीता। इसके साथ ही भारत के कुल पदकों की संख्या 12 हो गई है। प्रवीण कुमार (Praveen Kumar) ने 2.07 मीटर की छलांग के साथ एशियाई रिकॉर्ड तोड़ दिया। ओलंपिक स्टेडियम में ग्रेट ब्रिटेन के जोनाथन ब्रूम-एडवर्ड्स पहले स्थान पर रहे, जिन्हों बारिश से लथपथ ट्रैक पर 2.10 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग लगाई। प्रवीण कुमार टोक्यो खेलों में पुरुषों की ऊंची कूद में निषाद कुमार, मरियप्पन थंगावेलु और शरद कुमार के बाद भारत के चौथे पदक विजेता हैं। इस सफलता के बाद प्रवीण कुमार (Praveen Kumar) ने कहा, मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। मैं अपने कोच डॉ. सत्यपाल सिंह को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मुझे समर्थन और प्रेरित किया है। मैं साई, पीसीआई और मेरे परिवार को भी धन्यवाद देना चाहता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रवीण कुमार से बात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रवीण कुमार से बात की और रजत पदक जीतने पर उन्हें बधाई दी। पीएम मोदी ने प्रवीण की कड़ी मेहनत की सराहना की।
भारत ने किया अब तक का शानदार प्रदर्शन
टोक्यो पैरालिंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने देश के लिए अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। इससे पहले 2016 के रियो खेलों में भारत को सबसे ज्यादा पदक मिले थे। इस बारप निशानेबाज अवनि लेखारा और भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल ने स्वर्ण पदक जीता है, जबकि प्रवीण भारत के छठे रजत पदक विजेता हैं। इनसे पहले , पैडलर भावना पटेल, भाला फेंक खिलाड़ी देवेंद्र झाझरिया, चक्का फेंक खिलाड़ी योगेश कथुनिया और ऊंची छलांग लगाने वाले थंगावेल्लू और निषाद ने यह कमाल दिखाया है। वहीं भारत के कुछ खिलाड़ी बीती रात स्वदेश लौट आए। इनका भव्य स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार पदक विजेताओं के संपर्क में रहे और हौंसला बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। टोक्यो पैरालिम्पिक्स खत्म होने के बाद भी प्रधानमंत्री सभी खिलाड़ियों से मिल सकते हैं।