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Afghanistan Updates: खुलकर तालिबान के समर्थन में आया पाकिस्तान, ट्विटर ने अपनाया दोगला रुख

Afghanistan  Updates: digi desk/BHN/ अफगानिस्तान में तालिबान का राज होने के बाद से देशों का एक धड़ा ऐसा भी है जो इस दहशतगर्द संगठन के समर्थन में खड़े नजर आ रहे हैं। इनमें पाकिस्तान भी शामिल है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पहले ही तालिबान की इस आतंक को आजादी की लड़ाई करार दे चुके हैं, वहीं अब विदेश मंत्री शाह मेहमूद कुरैशी खुलकर सामने आए हैं।

कुरैशी ने कहा है, अशरफ गनी की सत्‍ता से बाहर हुई सरकार का तालिबान के खिलाफ दुष्‍प्रचार अब झूठा साबित हो रहा है। कारण तालिबानियों ने लोगों को आम माफी दे दी है। साथ लड़कियों की शिक्षा पर भी तालिबान ने कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है। आशंका थी कि तालिबान लड़कियों की शिक्षा पर प्रतिबंध लगाएगा लेकिन ऐसा होने नहीं जा रहा है। लोगों को आम माफी मिल चुकी है। स्‍कूल तथा बिजनस खोले जा रहे हैं। तालिबान के सभी कदम अब तक शांतिपूर्ण रहे हैं जो स्‍वागत योग्‍य हैं।

इस बीच, ट्विटर ने उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह और उनकी पार्टी का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट ब्लॉक कर दिया है। ट्विटर के इस फैसले की आलोचना इसलिए हो रही है कि उसने अब तक तालिबान के आकाओं के ट्विटर अंकाउंट बहाल रखे हैं।

अमरुल्ला सालेह बोले- पाकिस्तान हमें निगल नहीं सकता

तालिबान ने भले ही अफगानिस्तान के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया हो, लेकिन पंजशीर क्षेत्र से अभी भी वह दूर है। इसी क्षेत्र में रहते हुए उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने खुद को कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित किया है। अमरुल्ला सालेह लगातार एक्शन में हैं और तालिबान के खिलाफ सैन्य ताकत जुटा रहे हैं। अब अमरुल्ला सालेह ने अपने ताजा बयान में समर्थन करने वालों को शुक्रिया अदा किया है साथ ही पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाई है। अमरुल्ला सालेह ने अपने ताजा ट्वीट में लिखा, ‘राष्ट्रों को कानून शासन का सम्मान करना चाहिए, हिंसा का नहीं। अफगानिस्तान पाकिस्तान के निगलने के लिए बहुत बड़ा है और तालिबों के शासन करने के लिए भी बड़ा है। अपने इतिहास में शर्मिंदगी और आतंकी समूहों के सामने झुकने का अध्याय ना जुड़ने दें।’

ताालिबान राज में भारत-अफगानिस्तान व्यापार पूरी तरह बंद

तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद भले ही कहा हो कि वह भारत के साथ सामान्य रिश्ते चाहता है और भारत चाहे तो अपने प्रोजेक्ट पूरे कर सकता है, लेकिन ताजा खबर यह बताती है कि इस आतंकी संगठन की कथनी और करनी में बहुत फर्क है। खबर यह है कि ताबिलान ने भारत के साथ सभी तरह के कारोबार पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। यानी भारत और अफगानिस्तान के बीच अब किसी तरह का आयात-निर्यात नहीं होगा। एयरपोर्ट ऑर्गनाइजेशन ने यह पाबंदी लगाई है। भारत और अफगानिस्तान के बीच पाकिस्तान के रास्ते आयात-निर्यात होता है। अफगानिस्तान से भारी मात्रा में ड्राई फ्रूट्स भारत आते हैं। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से ड्राई फ्रूट की सप्लाई बंद है और यही कारण है कि रक्षाबंधन से पहले ड्राई फ्रूट से बनी मिठाइयों के दाम बढ़ गए हैं।

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