Himachal Pradesh Landslide: digi desk/BHN/ हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में हुए हादसे में अब तक 14 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं। फिलहाल स्थानीय पुलिस, होमगार्ड, NDRF और ITBP के जवान संयुक्त रूप से बचाव अभियान में जुटे हुए हैं। बुधवार को किन्नौर जिले में एक बस समेत कई वाहन भूस्खलन की चपेट में आ गये थे। हादसे में 14 लोगों के मारे जाने और 13 लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है। वहीं, कई लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। उधर प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने घटनास्थल का दौरा किया और बचाव-कार्य का जायजा लिया। उन्होंने सभी मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की मदद का ऐलान किया। ट्रांसपोर्ट विभाग भी 1-1 लाख रुपये देगा। इसके अलावा सभी घायलों के इलाज का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।
क्या है स्थिति
राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक के मुताबिक मलबे में हिमाचल सड़क परिवहन निगम (HRTC) की एक बस भी दब गई थी। बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हालत में मिली है, जबकि एक ‘बोलरो’ गाड़ी अब भी मलबे में दबी है। किन्नौर के उपायुक्त ने बताया कि बस में 40 से अधिक यात्री सवार थे। अधिकारियों ने बताया कि बचाव अभियान के दौरान बुधवार को एक टाटा सूमो भी मिली थी, जिसमें आठ लोग मृत मिले। पत्थर गिरने से एक ट्रक नदी किनारे लुढ़क गया और उसके चालक का शव बरामद हुआ है। एक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त ऑल्टो कार भी बरामद की गई है, लेकिन उसके अंदर कोई नहीं था।
बुधवार को 10 लोगों के शव मिले थे और 13 घायलों को बचा लिया गया था, जबकि गुरुवार को 4 और शव निकाले गये। मलबे के नीचे कई और लोगों के दबे होने की आशंका है। भावनगर के थानाप्रभारी ने बुधवार को कहा था कि करीब 25 से 30 लोग मलबे में दबे हुए हो सकते हैं। जबकि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य विधानसभा को बताया था कि मलबे के नीचे 50-60 लोगों के फंसे होने की आशंका है। लेकिन ये सभी अनुमान हैं और अभी तक उचित संख्या का पता नहीं चल पाया है। आपको बता दें कि निगुलसारी क्षेत्र के चौरा गांव के पास नेशनल हाईवे – 5 पर बुधवार की दोपहर को भूस्खलन के बाद पहाड़ से गिरे पत्थरों की चपेट में एक बस समेत कई वाहन आ गये थे। पहाड़ों से अभी भी रुक-रुककर पत्थर गिर रहे हैं, जिसकी वजह से बचाब कार्य को कई बार रोकना पड़ा है।