corona side effect: digi desk/BHN/ ग्वालियर/ कोरोना को हरा चुके लोगों में अलग-अलग शारीरिक प्रभाव देखे जा रहे हैं। वहीं जो महिलाएं कोविड की दूसरी लहर की चपेट में आई, अब उनमें कमजोरी, बदन दर्द, सिरदर्द के अलावा बाल झड़ने की समस्या तेजी से बढ़ रही हैं। जयारोग्य अस्पताल की माधव डिस्पेंसरी में चर्म रोग विभाग की ओपीडी में बाल झड़ने की शिकायत लेकर लोग पहुंच रहे हैं। इनमें महिलाओं की संख्या अधिक है।
जीआर मेडिकल कॉलेज के त्वचा रोग विशेषज्ञ एवं प्रो डा. अनुभव गर्ग का कहना है महिलाओं में बाल झड़ने की परेशानी थाइरायड या खून की कमी के चलते आती थी। अब दूसरी लहर में संक्रमित हुई महिलाओं में बाल झड़ने की शिकायत बढ़ी है। इनकी संख्या पिछले वर्ष की तुलना में पांच गुना अधिक है। साथ ही कई लोगों में खुजली की शिकायत भी बढ़ी है। कोविड के दौरान शरीर में आई कमजोरी के कारण यह परेशानी बढ़ी है। जेएएच में हर दिन 15 से 20 मरीज बाल झड़ने की समस्या लेकर आ रहे हैं। इनमें महिला मरीजों की संख्या 80 फीसद और पुरुष मरीज 20 फीसद होते हैं। बाल झड़ने की इस बीमारी का नाम पोस्ट कोविड टेलोजेन एफ्लुवियम है। कोरोना को हरा चुके लोगों बाल झड़ने की समस्या की ठोस वजह तक फिलहाल डाक्टर नहीं पहुंच सके हैं।
आमतौर पर मलेरिया, टाइफाइड, थाइरायड व खून की कमी वाले मरीजों में इस तरह के लक्षण देखने को मिलते थे। डाक्टर का मत है तनाव व चिंता इसकी प्रमुख वजह हो सकती है। बालों को मजबूती देने वाले तत्व न मिलने से बाल कमजोर होकर टूट रहे हैं। कोविड के कारण अनिद्रा, तनाव, कमजोरी, पौष्टिक तत्वों की कमी और दवाओं के दुष्प्रभाव स्वरूप यह परेशानी बढ़ी है। शरीर में जैसे ही पोषक तत्वों की पूर्ति होगी तो बाल झड़ने की समस्या कम हो जाएगी। लोग तनाव न लें, खानपान में आयरन, विटामिन-डी व दूसरे न्यूट्रिएंट्स का सेवन करें। यह बाल की ग्रांथियों को बढ़ावा देते है और इम्युनिटी को मजबूत करते हैं। साथ ही योगा व शारीरिक परिश्रम करें। अनावश्यक तेल, साबुन व शैंपू का प्रयोग बालों पर न करें।
खुजली की भी शिकायत
त्वचा रोग विशेषज्ञ डा. गर्ग का कहना है लोगों में खुजली की समस्या भी बढ़ी है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं कहा जा सकता कि कोरोना संक्रमित हुए लोगों में ही इस तरह की शिकायत बढ़ी है। जो लोग संक्रमित नहीं हुए, उनमें भी खुजली की समस्या देखी जा रही है।