Saturday , May 18 2024
Breaking News

Satna: चित्रकूट के दो मासूमों श्रेयांश एवं प्रियांश हत्याकांड के 5 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा, दो आरोपी बरी

इस जघन्य हत्याकांड की समूचे देश में हुई थी निंदा

12 फरवरी 2019 को सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट के अंदर हुई थी सनसनीखेज वारदात 

एडी एक्ट के विशेष न्यायाधीश ने 226 पृष्ठ का फैसला सुनाया

सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ चित्रकूट के बहुचर्चित श्रेयांश एवं प्रियांश हत्याकांड के 5 दोषियों की सजा का ऐलान सोमवार की शाम कर दिया गया। दो मासूम बच्चों के इस नृशंस हत्याकांड के दोषियों को एडी एक्ट के विशेष न्यायाधीश प्रदीप सिंह कुशवाह ने मासूम के हत्यारों के तीन दोषियों को अलग-अलग 2 बार आजीवन कारावास तथा 2 दोषियों को एक बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। एडी एक्ट के विशेष न्यायाधीश प्रदीप सिंह कुशवाह ने दिल दहलाने वाले इस मामले में सोमवार को 226 पृष्ठ का फैसला सुनाया। हालाँकि अपहरण एवं हत्या के इस जघन्य मामले में मारे गए बच्चों के पिता कारोबारी ब्रजेश रावत एवं उनकी पत्नी को हत्याकांड के दोषियों को फांसी की सजा दिए जाने की उम्मीद थी।

ज्ञात हो कि जेल में बंद आरोपियों  में एक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी।  अतिरिक्त अभियोजन अधिकारी (एडीपीओ) धर्मेंद्र प्रताप सिंह और फरियादी तेल कारोबारी बृजेश रावत के अधिवक्ता रामरूप पटेल ने कहा था कि अगर कोर्ट में अपराध सिद्ध पाया जाता है तो आरोपियों को अदालत से फांसी की सजा की मांग की जाएगी।

दोनों भाइयों की हत्या करने के बाद भी 20 लाख रुपये फिरौती वसूल ली थी

घटना 12 फरवरी 2019 को सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट के अंदर हुई थी। जब स्कूल बस से असलहा दिखाकर बदमाशों ने कर्वी कोतवाली की सीतापुर चौकी अंतर्गत रामघाट निवासी तेल व्यापारी बृजेश रावत के दो मासूम बेटे श्रेयांश और प्रियांश का अपहरण किया गया था। बदमाशों ने दोनों भाइयों की हत्या करने के बाद भी 20 लाख रुपये फिरौती वसूल ली थी। चार दिन बाद दोनों के शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिला में यमुना नदी में मिले थे।
हत्याकांड में चित्रकूट के नयागांव थाने में पांच आरोपियों पदमकांत शुक्ला पुत्र रामकरण निवासी जानकीकुंड रघुवीर मंदिर के पास, राजू द्विवेदी पुत्र राकेश द्विवेदी निवासी भभुआ बांदा, आलोक उर्फ लकी तोमर पुत्र सत्येंद्र सिंह निवासी तेंदुरा बांदा, विक्रम जीत पुत्र प्रहलाद सिंह निवासी जमुई, बिहार और अपूर्व उर्फ पिटा यादव पुत्र रामनरेश मौदहा हमीरपुर के खिलाफ मामला दर्ज है। सभी आरोपित केंद्रीय जेल में बंद हैं, जबकि एक आरोपित रामकेश पुत्र रामचरण यादव निवासी चित्रकूट ने जेल में फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली थी। जब यह घटना हुई थी तो प्रदेश में कांग्रेस सरकार थी। जिसके बाद सरकार की बड़ी आलोचना देश भर में हुई थी।

About rishi pandit

Check Also

Satna: विकास योजनाओं के क्रियान्वयन की सतत निगरानी करें-अतिरिक्त मुख्य सचिव

संभागीय बैठक के निर्णयों पर तत्परता से कार्यवाही करें-श्री कंसोटिया सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ कमिश्नर कार्यालय …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *