छतरपुर, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिस भू-माफिया ने कूटरचित दस्तावेजों से सरकारी जमीन का गरीबों से सौदा किया है, उस पर प्रशासन मेहबान बना है। जिस जमीन पर गरीबों ने घर बनाकर जीवन के सपने बुने, वह जमीन सीमांकन में सरकारी निकलने से अपना सबकुछ लुटाने वाले कई परिवार प्रशासन से कार्रवाई व न्याय की गुहार लगाते घूम रहे हैं। विडंबना है कि उनकी फरियाद कोई नहीं सुन रहा है। पीड़ित परिवारों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय जाकर उनसे धोखाधड़ी करने वाले भू-माफिया राजकुमार पटेरिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पीड़ितों ने बताया कि करीब दो माह पहले जब सौरा हल्का में बस स्टैंड के लिए आवंटित भूमि का सीमांकन किया तो उनको राजकुमार पटेरिया ने जो जमीन बेची थी, वह सरकारी निकल आई। तभी से उनका खाना-पीना दूभर हो गया है, दिन का चैन और रातों की नींद उड़ गई है। दरअसल करीब एक दर्जन से अधिक गरीब परिवार इस जमीन पर कटे प्लाट खरीदने के लिए अपने जीवन की गाढ़ी कमाई की सारी पूंजी लगा चुके हैं। अब यह जमीन सरकारी हो जाने से वे कहीं के नहीं रहे हैं। गरीब परिवारों का कहना है कि उनके द्वारा ओरछा रोड थाने में की गई रिपोर्ट पर पुलिस ने आज तक कोई कार्रवाई नहीं की है। जिससे धोखाधड़ी का आरोपी भू-माफिया राजकुमार आराम से घूम रहा है। इन परिवारों का कहना है कि नगर पालिका, पुलिस और राजस्व विभाग इन दिनों संयुक्त रूप से गुंडों-बदमाशों और माफियाओं को चेतावनी देकर उनके घरों का सीमांकन करके उन्हें नेस्तनाबूद करने में जुटा है पर गरीबों से सरकारी जमीन का सौदा करने वाले आरोपी राजकुमार पटेरिया के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वे आरोपी पर कार्रवाई व उन्हें न्याय दिलाने के लिए दो महीने से ओरछा रोड थाने और एसपी आफिस के चक्कर काट रहे है, पर अब तक पुलिस से न्याय तो नहीं केवल आश्वसन ही मिला है।