young man hand cut: digi desk/BHN/ नर्मदापुरम(होशंगाबाद)/ माखननगर पुलिस का बेहद अमानवीय चेहरा सामने आया है। आपसी रंजिश में आरोपितों ने ग्राम चौराहेट में सोमेश गुर्जर नामक युवक के दोनों हाथ काट दिए, पहीं पुलिस उसे अस्पताल ले जाने की बजाए थाने में ही बयान लेती रही। पुलिस अधिकारी हमलावरों का नाम पता पूछते रहे। दर्द से तड़प रहा सोमेश नीचे फर्श पर गिर गया तो टीआइ बयान के कागज पर हस्ताक्षर करने की बात कही। कुछ घंटे बाद युवक को अस्पताल ले जाया गया। अधिक खून बहने से सोमेश की हालत गंभीर हो चुकी थी। उसे पहले बाबई अस्पताल ले जाया गया, जहां से नर्मदापुरम (होशंगाबाद) रेफर कर दिया गया, लेकिन यहां भी हालत में सुधार नहीं हुआ हुआ जिसके बाद परिजन नागपुर लेकर गए हैं। यहां भी उसकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। वहीं मामले को लेकर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घायल युवक व उसके परिजन खुद पहले एफआइ दर्ज कराना चाहते थे। परिजनों का आरोप है कि पुलिस अस्पताल ले जाने की बजाए सोमेश को थाने में बयान लेती रही।
आरोपितों का नहीं लगा सुराग
माखननगर के ग्राम चौराहेट में युवक के हाथ काटने वाले आरोपितों की तलाश पुलिस कर रही हैं, लेकिन अब तक पुलिस को आरोपितों का कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस ने हत्या का प्रयास का मामला दर्ज किया है। आरोपितों की तलाश में पुलिस जगह-जगह छापामार कार्रवाई कर रही है। गांव के सरपंच के पति भगवान सिंह ने अपने पिता व भाई के साथ मिलकर हमला किया। आरोपित पक्ष और सोमेश आपस में रिश्तेदार हैं। तीन दिन पहले मूंग की बिक्री को लेकर इटारसी में दोनों पक्षों के बीच में विवाद हुआ था। इसी के चलते सोमेश पर योजनाबद्ध तरीके से हमला किया।
हाथ पकड़कर बके से काट दिए
प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमेश देर शाम को अपने काम से घर वापस आ रहा था। तभी सरपंच पति भगवान सिंह, पिता व्यंकट चौधरी, भाई केशव, मकरन, आशीष चौधरी, शंकर चौधरी, छुटटू और एक अन्य युवक ने उसका रास्ता रोक लिया। सभी आरोपितों ने पहले उसे जमकर पीटा फिर भगवान व व्यंकट ने सोमेश के दोनों हाथ काट दिए और उसे मरणासन्ना स्थिति में छोड़कर फरार हो गए। शोर सुनकर मौके पर लोग पहुंचे तो सोमेश की हालत देखकर सकते में आ गए। उसे तुरंत बाबई अस्पताल ले जाया गया जिसके बाद होशंगाबाद रेफर किया गया।
दो साल पहले शौचालय बनवाने की बात को लेकर हुआ था विवादः सोमेश के परिजनों के मुताबिक दो साल पहले भगवान सिंह से उसका विवाद शौचालय बनवाने की बात को लेकर हुआ था। भगवान सिंह व उसका परिवार आए दिन उन्हें डराता धमकाता रहता था। सोमेश कई मामलों को लेकर बीच में भी आता था, यह बात भगवान सिंह को खटकती थी। तीन दिन पहले इटारसी में मूंग लेकर आए सोमेश का विवाद भगवान सिंह से हुआ था। लोगों ने बीच बचाव कर दोनों को अलग-अलग कर दिया था। इस विवाद के बाद से ही भगवान सिंह ने हमले की साजिश पिता व भाई के साथ मिलकर रची थी।
थाना प्रभारी बोले दस्तखत करा लो जल्दी
सोमेश के दोनों हाथ कटे हुए थे और थाना प्रभारी उसके बयान लेते रहे। उससे कई तरह से सवाल जवाब लिए जा रहे थे। बयान देते-देते सोमेश थाने के फर्श पर ही गिर गया। इसके बाद भी पुलिस अधिकारियों का दिल नहीं पसीजा। टीआइ बोले कि चलो अब दस्तखत कर दो। टीआइ की बात सुनकर सोमेश के साथ मौजूद लोग बोले कि दस्तखत कैसे करेगा। इसके बाद दो अन्य लोगों के दस्तखत कराने की बात कही गई।