भास्कर हिन्दी न्यूज/ पटना. केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान ने गुरुवार शाम 74 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया. शुक्रवार शाम पासवान का पार्थिव शरीर वायुसेना के विशेष विमान से पटना पहुंचा. शनिवार दोपहर 2:00 बजे दीघा घाट पर रामविलास पासवान का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए प्रदानमंत्री नरेंद्र आवास पर पहुंचे. उन्होंने रामविलास पासवान के परिवार से मुलाकात की, उन्हें सांत्वना दी. चिराग पासवान के साथ बातें भी की.
बिहार सरकार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने रामविलास पासवान को ‘भारत रत्न’ देने की मांग की है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के निधन पर रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने श्रद्धांजलि अर्पित किया.राम विलास पासवान के अंतिम यात्रा के दौरान कार्यकर्ता नारे लगा रहे है. कार्यकर्ता गूंजे धरती आसमां, राम विलास पासवान जैसे नारे लगा रहे हैं
![कार्यकर्ताओं की भीड़](https://gumlet.assettype.com/Prabhatkhabar%2F2020-10%2F78cc6b6c-af2d-4a0f-a2e5-654511c136bb%2Firv.jpg?auto=format%2Ccompress)
अंतिम यात्रा की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. इधर, उनके पटना स्थित आवास पर लगातार समर्थकों का जमावड़ा लग रहा है. कुछ समर्थकों ने सांसद में उनकी आदम कद की प्रतिमा लगाए जाने की मांग भी उठायी है.
राम विलास पासवान के नाम छः प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का अनूठा रिकॉर्ड है. वे वीपी सिंह, एचडी देवेगौड़ा, इंद्र कुमार गुजराल, अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह और वर्त्तमान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी मंत्रिमंडल में रहकर काम कर चुके हैं. लगातार राम विलास के पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन करने लोगों की हुजूम जमा हो रही है. ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि 2 बजे तक उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.