113 years ago a gint asteroid fell here: digi desk/BHN/ यह जबर्दस्त घटना एक विशाल एस्टेरॉयड (उल्का पिंड) की पृथ्वी से टकराने की थी। इस टक्कर में जमीन में 8 किमी गहरा गड्ढा हो गया। यह जगह सौ से अधिक साल से बंजर पड़ी है। आज भी यहां एक भी पेड़ नहीं उग पाया है। इसे इतिहास की सबसे बड़ी एस्टेरॉयड टकराने की घटना माना जाता है। यह घटना 30 जून, 1908 को रूस के तुंगुस्का में हुई थी जो खगोलीय एवं अंतरिक्ष की दुनिया में तुंगुस्का इवेंट के नाम से ख्यात है। इतना ही नहीं, विश्व में इस दिन को वर्ल्ड एस्टेरॉयड डे के नाम से मनाया जाने लगा। वह कयामत की सुबह थी। लोगों ने धरती पर ही सूर्य के समान बेहद तेज, चमकीली रोशनी देखी। दस मिनट बाद जोरदार धमाके की आवाज आई। यह एक भीषण विस्फोट था। चश्मदीदों के अनुसार यह इतना जोरदार था कि जमीन किसी भूकंप के समान थर्रा उठी। सैकड़ों किलोमीटर दूर तक लोगों के घरों की खिड़कियां टूट गईं। ढाई हजार किलोमीटर के दायरे में 8 करोड़ पेड़ जड़ से उखड़ गए। ऐसा लगा मानो आसमान टूट पड़ा हो।
रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5 पाइंट मापी गई जो प्रभावशाली भूकंप के समान होती है। इस विस्फोट के अगले कुछ दिनों में, एशिया और यूरोप में रात के समय आसमान असमान्य हो गया था। लंबे समय तक धूल के गुबार ना छंट सके और पर्यावरण पूरी तरह प्रभावित रहा। यह एक ऐसी घटना थी जिसे 112 साल बाद भी सबसे प्रभावशाली प्राकृतिक व खगोलीय घटना माना जाता है।
यह है वह जगह जहां कयामत बरसी थी
2013 में यहां आकाश से गुजरा था Asteroid, तेज रोशनी के साथ हुआ था धमाका
वर्ष 2013 में भी एक एस्टेरॉयड Russia में शाम के वक्त आसमान में साफ तौर पर देखा गया था। जब यह गुज़र गया तो पीछे धुंए का कई किलोमीटर लंबा, घना और सफेद, चमकदार बादल नज़र आया। यह हैरान करने के साथ ही घबरा देने वाली घटना थी। यह घटना रूस Russia के Chelyabinsk में 15 फरवरी, 2013 को घटी थी। तब रास्ते में गाड़ी चला रहे लोगों ने अपने मोबाइल कैमरे में इस घटना को शूट भी किया था। पूरे इलाके में अलग-अलग जगहों से लोगों ने इस दृश्य को शूट किया और इंटरनेट पर वायरल कर दिया था।