Asteroid Impact: digi desk/BHN/ ब्रम्हाण्ड में खगोलिय घटनाएं समय-समय पर निरंतर होती ही रहती हैं, जिसे लेकर वैज्ञानिकों द्वारा लगातार अध्ययन किया जाते आ रहा है। एक्सपर्ट का मानना है कि लगभग 13 हजार साल पहले भी एक ऐसी ही भयावह खगोलीय घटना हुई थी, जिसमें एक बड़ा पिण्ड धरती से टकराया था और सब तहस-नहस कर दिया था। उस समय यह मंजर इतना भयावह था कि घुमक्कड़ इंसान डर के मारे एक जगह पर रहकर जीवन यापन करने लगे थे। रिसर्च के अनुसार यह घटना डायनोसाॅर के विनाश के बाद सबसे बड़ी टक्कर रही होगी इससे ही हिमयुग शुरू हुआ जो एक हजार साल से ज्यादा समय तक रहा।
चट्टान के टकराने से बदल गया जीवन
अंतरिक्ष में कई तरह की चट्टानें हैं, जिसमें से एक चट्टान 13 हजार साल पहले पृथ्वी से टकराई थी जिसे लेकर स्टडी में कहा गया है कि नवपाषाण काल की शुरूआत से पहले इंसान मिस्त्र, इराक और लेबनान में घुमंतु जीवन बिताने की जगह स्थायी ठिकाने बनाने लगे थे। ऐसा माना गया है कि अंतरिक्ष से आए एक चट्टान की टक्कर से यह ट्रेंड तेज हो गया। पेपर में लिखा गया है कि इस दौरान किसी बड़ी घटना के होने का सबूत दिया जा सकता है लेकिन ऐसा पुख्ता तरीके से नहीं किया जा सकता कि इसके असर के रूप में जिन घटनाओं को देखा जा रहा है, वे किसी और कारण से नहीं हुई हैं। इस दौरान रिसर्चर्स ने ग्रीनलैंड और उत्तरी अमेरिका से मिले डेटा को देखा। इसमें नैनोडायमंड, प्लैटिनम और दूसरे मटेरियल्स मिले जिसे अंतरिक्ष से आए चट्टान रूपी ऑब्जेक्ट की टक्कर का संकेत समझा गया।
धरती पर प्लेटिनम बहुत ही दुर्लभ होता है और इसका मिलना बहुत कम मात्रा में होता है लेकिन ऐस्टराॅइड्स या अंतरिक्ष रूपी चट्टान में इसकी भारी मात्रा होती है। अक्टूबर 2019 में वैज्ञानिकों ने दक्षिण अफ्रीका में वंडरके्रटर से भारी मात्रा में प्लैटिनम पाया जो इस बात को साबित करता है कि यहां पर उल्कापिंड के कारण यह पहुंचा होगा। इसके बाद से ही हिमयुग की शुरूआत हुई है।