measles vaccine can protest children froma corona: digi desk/BHN/ कोरोना वायरस का तांडव अब तक खत्म नहीं हुआ। पूरी दुनिया इस महामारी के खिलाफ लड़ रही है। बड़े स्तर पर लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। हालांकि चिंता कोविड के लगातार बदलते स्वरूप से है। भारत सहित करीब 9 देशों में डेल्टा प्लस वेरिएंट के केस सामने आए हैं। वहीं वैज्ञानिकों ने तीसरी लहर की भी चेतावनी दी है। इस बीच भारतीय रिसर्चर्स की स्टडी में पता चला है कि खसरे का टीका बच्चों को कोरोना वायरस से बचा सकता है। यह अध्ययन पुणे के बीजे मेडिकल कॉलेज में हुआ है।
कोविड के खिलाफ 87.5 फीसद प्रभावशाली
स्टडी में पता चला है कि खसरे की वैक्सीन कोविड के खिलाफ 87.5 फीसद प्रभावशाली है। यह अध्ययन पीयर-रिव्यू जर्नल ह्यूमन वैक्सीन्स एंड इम्यूनोथेरेप्यूटिक्स में प्रकाशित की गई है। स्टडी के प्रमुख रिसर्चर नीलेश गुर्जर ने कहा कि यह अब तक की पहली स्टडी है। जिसमें एमएमआर टीका पर ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि अमीनो एसिड सीक्वेंस, खसरे के रुबेला वायरस से 30 फीसद एक जैसा है। साथ ही कोरोना का स्पाइक प्रोटीन भी खसरा के हीमाग्लगुटिनिन प्रोटीन के समान है।
बच्चों में साइटोकाइन स्टॉर्म को रोकने में सहायक
नीलेश ने कहा, ‘एमएमआर वैक्सीन कोरोना से संक्रमित बच्चों में साइटोकाइन स्टॉर्म को रोकने में सहायता कर सकता है।’ उन्होंने बताया कि जिन्हें टीका नहीं लगा है या एक भी डोज नहीं मिली है। उन्हें एमएमआर वैक्सीन लगवानी चाहिए। ताकि वे खसरे और कोविड से सुरक्षा मिल सके। यह स्टडी 1 से 17 वर्ष के 548 बच्चों पर किया गया। इन्हें दो समूहों में बांटा गया था। पहले में आरटी-पीसीआर के जरिए पॉजिटिव टेस्ट किया गया। जबकि दूसरे वो जो संक्रमित नहीं थे।
किसी तरह की सुरक्षा को प्रभावित नहीं किया
अध्ययन में पता चला कि खसरे का टीका लगे हुए बच्चों में कोरोना वायरस के केस दूसरे ग्रुप के अपेक्षा कम थे। आयु और लिंग ने किसी तरह की सुरक्षा को प्रभावित नहीं किया। इस स्टडी से एक उम्मीद जागी है। कहा जा रहा है कि बीसीजी और खसरा जैसी वैक्सीन बच्चों को कोरोना वायरस से बचा सकता है।