नरसिंहपुर। जिला मुख्यालय से करीब 22 किमी दूर नेशनल हाइवे के टोल प्लाजा पर एक क्विंटल से ज्यादा चरस की खेप डीआरआइ इंदौर की टीम ने पकड़ी है। ये जिले के इतिहास में पकड़ी गई सबसे बड़ी नशे की खेप बताई जा रही है। ये कार्रवाई इतनी गोपनीय रही कि संबंधित थाना क्षेत्रों की पुलिस को भी नारकोटिक्स विभाग ने जानकारी नहीं दी। चरस की खेप और आरोपियों को गिरफ्तार कर विभाग के अधिकारी अज्ञात स्थान पर चले गए। सुबह करीब 11 बजे इस बारे में पुलिस अधीक्षक अजय सिंह को सूचित किया गया।
एसपी के अनुसार डीआरआइ इंदौर को ये सूचना मिली थी कि प्रदेश में चरस की बड़ी खेप आने वाली है। इसे लेकर अधिकारी खासकर नेशनल हाइवे पर नजर रख रहे थे। गुरुवार सुबह वे बचई गांव स्थित टोल प्लाजा पहुंचकर हर वाहन की जांच करने लगे। इसी दरमियान उन्हें चरस की ये खेप हाथ लग गई। एसपी के अनुसार पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ नार्कोटिक्स के अधिकारी कर रहे हैं। दोपहर 3 बजे पूरे मामले का पर्दाफाश प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से डीआरआइ इंदौर के अधिकारियों द्वारा किया जाएगा।
इंदौर से मिली जानकारी के अनुसार डीआरआइ इंदौर की टीम ने 117 किलो ग्राम नशीली चरस की खेप पकड़ी है। यह नरसिंहपुर हाइवे पर दो कारों से यह बरामद की गई है। जानकारी के मुताबिक इसे नेपाल से तस्करी कर लाया गया था। डीआआइ की टीम द्वारा चलाए गए इस ऑपरेशन में 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हशीश को छिपाने के लिए कार के अंदर विशेष पॉकेट बनाए गए थे।