Three year old girl died in crushing by her father car: digi desk/BHN/इंदौर/ सीनियर एसएस(पीएफ) राहुल उपाध्याय की साढ़े तीन वर्षीय बेटी श्रीधि की कार से कुचलने से मौत हो गई। हादसा उनके शासकीय मकान के दरवाजे पर ही छोटे भाई अंशुल से हुआ है। वह निर्माणाधीन मकान पर जाने के लिए कार रिवर्स ले रहा था। बच्ची दौड़ते हुए बाहर निकली और कार का पिछला पहिया सिर पर चढ़ गया। अन्नपूर्णा थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। बेटी को पिता से काफी लगाव था। जिस वाहन से हादसा हुआ। उस वाहन पर भी बेटी का नाम लिखा हुआ था। बेटी भी पिता के नाम लिखी टी शर्ट अक्सर पहनती थी।
टीआइ गोपाल परमार के मुताबिक घटना भविष्य निधी एन्क्लेव(केशर बाग रोड़) की है। कालोनी के आखिरी कोने में वरिष्ठ कार्यालय अधीक्षक राहुल उपाध्याय उर्फ सोनू का शासकीय क्वार्टर है। घर के सामने जगह खाली होने से टीनशेड का गैरेज बना हुआ है। शनिवार दोपहर करीब 2 बजे छोटा भाई अंशुल उर्फ छोटू निर्माणाधीन मकान पर जाने के लिए घर से निकला था। छोटू सफारी कार (एमपी 09सीके 4739) रिवर्स ले रहा था तभी श्रीधि दौड़ते हुए आई और कार से टकरा गई। मां मेघा दौड़ते हुए बाहर आई लेकिन तब तक कार का पिछला पहिया श्रीधि के सिर से गुजर चुका था। मेघा की आवाज सुनकर छोटू कार से उतरा लेकिन तब तक श्रीधि की मौत हो चुकी थी। राहुल कार(एमपी 09सीएफ 4524) से अस्पताल ले गया लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
स्वजनों ने पहले कार और चालक की सही जानकारी नहीं दी। सूचना मिलते ही टीआइ मौके पर पहुंचे तो दरवाजे पर राहुल का फोन, मेघा की सैंडिल और बच्ची के सिर के चिथड़े पड़े हुए थे। अलग-अलग बात करने पर स्थिति स्पष्ट हो गई कि हादसा राहुल के भाई अंशुल से हुआ है। घटना के बाद अंशुल को गायब कर दिया। बताया जाता है उसका भी श्रीधि से काफी लगाव था। उसकी लापरवाही से ही श्रीधि की मौत हो गई। घटना के बाद कॉलोनी में सन्नाटा पसर गया। मेघा के भाई, मां और बहन आए तो काफी हंगामा किया। उन्होंने छोटू को भी तलाशा। अंतिम संस्कार के वक्त भी विवाद की स्थिति बन गई।