Indian army warning to china: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ चीनी सीमा पर भारत और चीन के जवानों के बीच हुई झड़प को एक साल पूरे हो चुके हैं। इस मौके पर भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में गलवन वॉर मेमोरियल पर एक कार्यक्रम आयोजित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही इस मौके पर गलवान के वीर गाना भी रिलीज किया गया है। शहीदों की याद में आयोजित कार्यक्रम के जरिये चीन को अपनी हद में रहने का संदेश दिया गया। भारतीय सेना चीन को यह स्पष्ट कर दिया कि अगर उनसे फिर से भारतीय सीमा पर नजर डालने की कोशिश की तो पिछले साल 15 जून को उसके सैनिकों का जो हाल हुआ था वही हाल फिर से होगा।
पिछले साल भारतीय सेना की16 बिहार रेजीमेंट के 20 जवानों ने अपने से काफी ज्यादा चीनी सैनिकों से लड़ाई की थी। इस झड़प में हमारे 20 जवान शहीद हो गए थे, लेकिन उन्होंने दुर्गम हालातों में भी चीनी सैनिकों को भी करारा सबक सिखाया था। मंगलवार को गलवन वॉर मेमोरियल पर आयोजित कार्यक्रम में इन जवानों को विशेष रूप से श्रद्धांजलि दी गई। शहीदों की याद में पूर्वी लद्दाख में दुरबुक श्योक दौलत बेग ओल्डी मार्ग पर केएम 120 पोस्ट के निकट गलवन वॉर मेमोरियल बनाया गया है। यहां सभी बलिदानियों के नाम अंकित हैं।
गलवान के वीर गाना रिलीज
गलवान में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए गलवान के वीर गाना भी बनाया गया है। इस गाने को मशहूर सिंगर हरिहरन ने गाया है। गीत के बोल और वीडियो गलवान और लद्दाख क्षेत्र के अन्य हिस्सों में तैनात भारतीय सेना के सैनिकों का जीवन दर्शाते हैं। वीडियो में भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर और टैंक भी दिखाई देते हैं। यह गाना सीमा पर खतरों से निपटने के लिए चौबीसों घंटे निगरानी, प्रशिक्षण और सेना की युद्ध तत्परता को भी दर्शाता है। हरिहरन सिंह ने कहा कि यह गीत उनके जीवन पर अमिट छाप छोड़ेगा।
जवानों का संकल्प
गलवन में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए जवानों ने संकल्प लिया कि वह अपने बलिदानियों की वीरता को आत्मसात करते हुए दुश्मन की बुरी नजर देश पर नहीं पड़ने देंगे। वास्तविक नियंत्रण रेखा के करीब हुए इस कार्यक्रम के जरिये चीन को संदेश दिया गया कि वह अपनी हद में रहे, वरना गलवन की तरह फिर मुंह की खानी पड़ेगी।
मेजर जनरल आकाश कौशिक ने भी शहीदों को सलामी दी
सेना की उत्तरी कमान की 14 कोर के गलवन वॉर मेमोरियल पर चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल आकाश कौशिक ने भी शहीदों को सलामी दी। उन्होंने कहा “देश अपने इन बलिदानियों को कभी नहीं भूलेगा, जिन्होंने दुर्गम हालात में लड़ते हुए दुश्मन के मंसूबे नाकाम करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया।” जनरल आकाश कौशिक के अलावा सेना की उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाइके जोशी ने गलवन के शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। उत्तरी कमान के अन्य कुछ मिलिट्री स्टेशनों में हुए कार्यक्रमों में भी शहीदों को श्रद्धासमुन अर्पित किए गए।