रीवा, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्ट्रेट सभागार में एक जिला एक उत्पाद योजना की बैठक आयोजित की गई। बैठक में बैंकों को भेजे गए खाद्य प्रसंस्करण तथा उद्यानिकी से जुड़े 6 प्रस्तावों की समीक्षा की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद योजना शासन की उच्च्ा प्राथमिकता की योजना है। इसके माध्यम से जिले में उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ावा मिलेगा। इससे रोजगार के भी अवसर सृजित होंगे। सभी बैंक मैनेजर एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत दर्ज ऋण प्रकरणों को सात दिनों में स्वीकृत कर ऋण राशि का वितरण कराए। योजना के प्रस्ताव तथा स्थापित किए जाने वाले उद्यम का प्रोजेक्ट ऑनलाइन दर्ज कर दिया गया है। कलेक्टर ने कहा कि बैंकों को विश्वास में लेकर प्रकरण तैयार करें। जिससे बैंक तत्परता से प्रकरण मंजूर कर सकें।
कृषि तथा उद्यानिकी क्षेत्र में निवेश से ग्रामीण क्षेत्रों में अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी तथा रोजगार के अवसर पैदा होंगे। अग्रणी बैंक मैनेजर बैंकों से समन्वय करके ऋण प्रकरणों को स्वीकृत कराए। सहायक संचालक उद्यानिकी शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुरूप प्रकरण तैयार करायें जिससे किसी तरह की कठिनाई न आए। बैठक में हल्दी प्रसंस्करण यूनिट तथा खाद्य प्रसंस्करण के प्रस्तावों की प्रकरणवार समीक्षा की गई। बैठक में चार्टर्ड एकाउंटेंट प्रशांत जैन ने तैयार प्रस्तावों के तकनीकी पक्षों की जानकारी दी। बैठक में संयुक्त संचालक उद्यानिकी जेपी कोल्हेकर, सहायक संचालक योगेश पाठक, लीड बैंक मैनेजर रश्मेन्द्र सक्सेना तथा अन्य बैंक शाखा प्रबंधक एवं प्रस्ताव प्रस्तुत करने वाले किसान तथा उद्यमी उपस्थित रहे।