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कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है, तुरंत खून की जांच कराएं-स्वास्थ्य विभाग ने दी सलाह 

सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि मलेरिया और डेंगू से बचाव के लिए गर्भवती महिलाओं को मच्छरदानी में सोने की समझाइश दी जा रही है। चूंकि गर्भवती महिला और 0 से 5 वर्ष तक के बच्चे को मलेरिया और डेंगू का खतरा ज्यादा रहता है। मौसम मच्छरों की पैदावार के अनुकूल हो चुका है। बारिश हो चुकी है चूंकि मौसम में बदलाव हो रहा है, ऐसे मौसम में मच्छर ज्यादा संख्या में अंडा देते है चूंकि जगह-जगह पानी भर गया है, मादा मच्छर हमेशा रुके या जमा हुए पानी मे अंडा देता है। अंडे से लार्वा एवं लार्वा से अंत में प्यूपा में बदलकर मच्छर बनता है। इस प्रक्रिया में लगभग 10 से 12 दिन लगते है। नागरिकों को सलाह है कि जिन लोगों ने जो सकोरे या अन्य बर्तन पक्षियों को पानी पिलाने के लिये रखे थे उन्हें उलटकर या ढंककर अपने घर के अंदर रख लें क्योंकि ये पात्र पानी संचय और लार्वा की पैदाइश के लिए बहुत अनुकूल है।

 

मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल कल्याण योजना के लिए निःशुल्क आवेदन करें

मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल कल्याण योजना के लिए covidbalkalyan.mp.gov.in पर निःशुल्क आवेदन करें। मध्यप्रदेश के स्थानीय निवासी ऐसे बाल हितग्राही जिनके माता-पिता की कोविड से मृत्यु (कोविड मृत्यु से अभिप्राय किसी भी ऐसी मृत्यु से है जो 1 मार्च 2021 से 30 जून 2021 तक की अवधि में हुई हो) होने पर, ऐसे प्रत्येक बाल हितग्राही को मध्यप्रदेश शासन द्वारा 5 हजार रूपये प्रति माह पेंशन, आवास की व्यवस्था न होने पर बाल संरक्षण आवास, निःशुल्क राशन व्यवस्था एवं स्कूल शिक्षा में सहायता प्रदान की जाएगी। अधिक जानकारी के लिए जिले के जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग से सम्पर्क करें।

कोरोना से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण बच्चों को तनाव मुक्त रखने चाईल्ड हेल्पलाईन नंबर

कोरोना महामारी की वर्तमान स्थिति एवं लॉकडाउन की अवस्था में लगातार समाचार सुनने, पढ़ने, देखने, चर्चा से बालगृह में रहने वाले बच्चों के साथ ही अन्य बच्चों के मन में भी भय व्याप्त हो सकता हैं। बच्चों में उत्पन्न मानसिक तनाव से बच्चों के मध्य हिंसा, प्रताड़ना, उपेक्षा के चलते तनाव, गुस्सापन, उग्रता आना स्वाभाविक हैं। ऐसे समय में बच्चों के लिए परामर्श सेवाएं अत्यंत आवश्यक हैं। इस विकट परिस्थिति में राज्य स्तर पर एवं जिला स्तर पर नामांकित विशेषज्ञों से चर्चा, परामर्श सेवाएं ली जा सकती है।
बच्चों के स्वास्थ्य के संबंध में बच्चों की शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के उपचार, समाधान हेतु दूरभाष, ऑनलाईन वीडियो कॉल के माध्यम से निःशुल्क परामर्श प्राप्त किया जा सकता हैं। बालकों के परामर्श हेतु कोविड के दौरान विपरित परिस्थितियों में रह रहे प्रतिकूल रूप से प्रभावित बच्चों की तत्काल सहायता हेतु 24×7 उपलब्ध चाईल्ड हेल्पलाईन नंबर 1098 या 181 (टोल फ्री नंबर) या व्हाट्सअप नंबर 9407896571 या scpshelpline@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता हैं।

 

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