children orphaned due to corona:digi desk/BHN/ कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को लेकर केंद्र सरकार के बाद राज्यों ने भी घोषणा करना शुरू कर दिया है। ताजा खबर बिहार से आ रही है जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया है कि कोरोना के कारण प्रदेश के जो बच्चे अनाथ हो गए हैं, उन्हें 18 साल की उम्र तक सरकार 1500 रुपए महीना देगी। जिन बच्चों के माता या पिता में से किसी एक का भी कोरोना से निधन हुआ है तो उन्हें यह अनुदान मिलता रहेगा। वहीं लड़कियों को कस्तुरबा गांधी आवासीय योजना के तहत रखा जाएगा जबकि लड़कों को बाल गृह में रखा जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
तमिलनाडु, कर्नाटक, असम, त्रिपुरा और गुजरात ने भी की घोषणाएं
तमिलनाडु :- महामारी के कारण अनाथ हुए प्रत्येक बच्चे को तमिलनाडु सरकार जमा के रूप में पांच लाख रुपये प्रदान करेगी। बच्चे के 18 साल का होने पर ब्याज सहित पूरी रकम उसे दे दी जाएगी। ऐसे बच्चों को सरकारी घरों और छात्रावासों में भी प्राथमिकता दी जाएगी। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का कहना है कि सरकार स्नातक तक ऐसे सभी बच्चों का सारा खर्च वहन करेगी। अपने संबंधी या अभिभावक की सहायता से पलने वाले बच्चों को 18 साल की उम्र तक प्रतिमाह 3,000 रुपये भत्ता प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा कोरोना के कारण अपने माता या पिता को खोने वाले बच्चों को तत्काल राहत के तौर पर तीन लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे।
असम :- राज्य के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने घोषणा की कि प्रदेश सरकार कोरोना से अनाथ हुए प्रत्येक बच्चे के केयरटेकर या अभिभावक को प्रतिमाह 3,500 रुपये प्रदान करेगी। इनमें से 2,000 रुपये केंद्र सरकार द्वारा वहन किए जाएंगे। जिन बच्चों की कोई देखभाल करने वाला नहीं होगा उन्हें रिहायशी स्कूलों या संस्थानों में भेजा जाएगा और उनका पूरा खर्च सरकार उठाएगी। सभी अनाथ बच्चों को वोकेशनल और कौशल विकास का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। विवाह योग्य लड़कियों को 10 ग्राम सोना और एक मुश्त 50 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा स्कूल और कालेज जाने वाले छात्रों को लैपटाप या टेबलेट प्रदान किए जाएंगे।
कर्नाटक :- कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के केयरटेकर या अभिभावकों को कर्नाटक सरकार प्रतिमाह 3,500 रुपये प्रदान करेगी। बिना अभिभावक वाले 10 साल से छोटे बच्चों को बाल देखभाल संस्थानों में रखा जाएगा जबकि 10 साल से बड़े बच्चों को रिहायशी स्कूलों में रखा जाएगा। 10वीं पास कर चुके बच्चों को लैपटाप या टेबलेट प्रदान किया जाएगा। 21 साल की उम्र पूरी चुकी लड़कियों को एक मुश्त एक लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे।
त्रिपुरा :– अनाथ हुए बच्चों के अभिभावकों को त्रिपुरा सरकार ने भी 18 साल की उम्र होने तक 3,500 रुपये प्रतिमाह देने की घोषणा की है। सरकारी बाल गृहों में रहने के इच्छुक बच्चों को सरकार मुफ्त शिक्षा उपलब्ध कराएगी और 10वीं पास करने पर लैपटाप या टेबलेट प्रदान करेगी। अनाथ लड़की को उसकी शादी के वक्त सरकार 50 हजार रुपये प्रदान करेगी।
गुजरात :- कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को गुजरात सरकार 18 वर्ष की उम्र होने तक प्रतिमाह 4,000 रुपये प्रदान करेगी। उसके बाद भी अगर वे अपनी पढ़ाई जारी रखते हैं तो उन्हें 21 वर्ष की आयु तक प्रतिमाह 6,000 रुपये प्रदान किए जाएंगे। पढ़ाई जारी रखने पर उन्हें यह राशि मिलना जारी रहेगी। अनाथ हुए ऐसे सभी बच्चों को छात्रवृत्ति की सभी सरकारी योजनाओं और शिक्षा ऋण में प्राथमिकता प्रदान की जाएगी।