सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के टीकाकरण संचालक डॉ. संतोष शुक्ला ने कोविड-19 टीकाकरण के संबंध में प्रदेश के समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और जिला टीकाकरण अधिकारी को निर्देश जारी किये हैं। कोविड-19 संक्रमण से पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हुए व्यक्ति का टीकाकरण 3 माह के अंतराल पर किया जा सकता हैं। जिन रोगियों को कोविड-19 संक्रमण के दौरान मोनोक्लोनल एन्टीबॉडीज एवं कॉन्वलेसेन्ट प्लाज्मा दिया गया है, ऐसे रोगी अस्पताल से डिस्चार्ज होने के 3 माह के बाद टीकाकरण करा सकते हैं।
डॉ. शुक्ला ने बताया कि ऐसे व्यक्ति जो वैक्सीन की पहली डोज लगने के बाद कोविड संक्रमित हुए हैं, उन्हें कोविड संक्रमण से पूर्णतः स्वस्थ्य होने के 3 माह बाद वैक्सीन की दूसरी डोज दी जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि गंभीर बीमारियों वाले व्यक्ति जिन्हें अस्पताल में भर्ती करने एवं आई.सी.यू की आवश्यकता होती है, उन्हें स्वस्थ्य होने के 4 से 8 सप्ताह के बाद वैक्सीन लगाई जाये। डॉ. शुक्ला ने बताया कि टीकाकरण तथा कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ्य हुआ व्यक्ति 14 दिनों के बाद रक्तदान कर सकता है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं को कोविड-19 टीकाकरण किया जा सकता है। कोविड टीकाकरण के लिए पहले रेपिड एंटिजन टेस्ट से स्क्रीनिंग कराना अनिवार्य नहीं है।
वरिष्ठजनों के लिए मध्यप्रदेश में हेल्प लाइन शुरू – मंत्री प्रेम सिंह
कोरोना काल में वरिष्ठजनों की समस्याओं का समाधान करने के लिए मध्यप्रदेश में एल्डर लाइन कॉल सेंटर शुरू हो गए हैं। वरिष्ठजन अपनी समस्या हेल्पलाइन 14567 कॉल करके बता सकते हैं। कॉल सेंटर द्वारा संबंधित लोगों को इनकी समस्याओं से अवगत करा दिया जाएगा। सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने प्रदेश के वरिष्ठजनों से अपनी समस्याओं के समाधान के लिए इस सुविधा का लाभ उठाने की अपील की है।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय मंत्रालय द्वारा कोरोना वायरस के दौरान वरिष्ठजनों को उनकी विभिन्न समस्याओं का घर बैठे समाधान उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह सेवा शुरू की गई है। फिलहाल यह सेवा मध्यप्रदेश सहित उत्तर प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु कर्नाटक और तेलंगाना राज्य में शुरू की गई है। शेष राज्यों में माह के अंत तक यह सेवा शुरू होने की उम्मीद है। एल्डर लाइन कॉल सेवा शुरू करने वाले अग्रणी राज्यों में मध्यप्रदेश शामिल है।