वाशिंगटन.हिंदू धर्म में स्वस्तिक का विशेष महत्व है। हर शुभ अवसर पर स्वस्तिक बनाया जाता है और उसकी पूजा होती है। इससे जुड़ी ताजा खबर अमेरिका से आ रही है। दरअसल, यहां स्वस्तिक नाम का एक गांव है। यूं यह गांव 100 साल पुराना है, लेकिन अब लोगों ने इसे नाजियों का प्रतीक चिह्न बताते हुए विरोध करना शुरू कर दिया। आवाड उठी कि गांव का नाम बदल दिया जाए। सभी राय लेने के लिए वोटिंग करवाई गई और आखिरी में फैसला हुआ कि गांव का नाम स्वस्तिक ही रहेगा। पढ़िए अमेरिका में गांव का नाम नहीं बदले जाने की पूरी कहानी
स्थानीय मीडिया के अनुसार, अमेरिका में न्यूयॉर्क के एक छोटे-से गांव का नाम स्वस्तिक रहे या नहीं, यह तय करने के लिए वोटिंग करानी पड़ी। इस नाम के खिलाफ एक भी वोट नहीं पड़ा और गांव का नाम Swastik ही रहा। दरअसल, इस नाम को नाजियों के प्रतीक चिह्न से जोड़कर आपत्ति जताई गई थी। किस्सा यह है कि न्यूयॉर्क का एक पर्यटक माइकल अलकेमो इधर से गुजरा तो उसकी नजर गांव के नाम पर पड़ी। अलकेमो ने ही इस नाम को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी।