Coronavirus New Study:digi desk/BHN/ हाल ही सोशल मीडिया पर कुछ फेक मैसेज वायरल किए गए थे कि कोरोना वैक्सीन लेने पर पुरुष नपुंसक हो रहे हैं, जिसमें कोई सच्चाई नहीं है। लेकिन कोरोना वायरस के संबंध में हाल ही में सामने आई एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस पुरुषों को नपुंसक बना रहा है। ‘वर्ल्ड जर्नल ऑफ मेन्स हेल्थ’ में छपे शोध के मुताबिक वैज्ञानिकों ने कोरोना से संक्रमित हुए और संक्रमित न होने वाले पुरुषों के ऊतकों यानी टिशू में अंतर को विस्तार से समझाया है। वैज्ञानिकों ने इस अध्ययन में कोरोना वायरस शरीर में रक्त वाहिकाओं यानी ब्लड वेसल्स का काफी क्षति पहुंचाता है और इस कारण से शरीर के कई अंग प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में पुरुषों का प्राइवेट पार्ट की कोशिकाएं व ऊतक भी क्षतिग्रस्त हो जाते हैं।
6 से 8 माह पहले कोरोना संक्रमित हो चुके लोगों का अध्ययन
यूनिवर्सिटी ऑफ मियामी मिलर स्कूल ऑफ मेडिसिन के रिप्रोडक्टिव यूरोलॉजी प्रोग्राम के एसोसिएट प्रोफेसर और डायरेक्टर ने इस शोध का नेतृत्व किया। उन्होंने बताया है कि इस वायरस के प्रतिकूल प्रभावों में से एक नपुंसकता भी होने की पूरी संभावना है। शोधकर्ताओं के दल ने उन लोगों पर शोध किया है, जो 6 या 8 महीने पहले कोरोना संक्रमित हुए थे। इनमें से किसी को भी पहले से नपुंसकता जैसी समस्या नहीं थी। दो कोरोना संक्रमित हुए पुरुषों के प्राइवेट पार्ट के टिशू में वायरस के अवशेष भी देखे गए।
शोधकर्ता बोले, इस दिशा में और रिसर्च की जरूरत
इस शोध में शामिल रहे डॉक्टर रंजीत रामासामी का कहना है कि हमारे पायलट स्टडी में हमने पाया है कि जिन पुरुषों को कभी भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या नहीं थी, उनमें कोरोना संक्रमित होने के बाद ऐसी समस्या हुई है। शोध के दौरान पता चला है कि वायरस सिर्फ फेफड़ों और किडनी ही नहीं बल्कि शरीर के अन्य अंगों को भी निष्क्रिय बना देता है। लेकिन डॉक्टर रंजीत रामासामी ने यह भी साफ किया है कि कोरोना वायरस का सेक्शुअल फंक्शन पर होने वाले वास्तविक असर का पता लगाने के लिए भविष्य में और गहन शोध करने पड़ेंगे। हम अभी अंतिम निर्णय पर पहुंचने की स्थिति में नहीं है।