Coronavirus भोपाल। सरकार निजी लैब से कोरोना की जांच अब प्रति सैंपल 900 रुपये के हिसाब से कराएगी। एक अक्टूबर से नई लैब में जांच के लिए सैंपल भेजे जाएंगे। एक जुलाई से अब तक यह जांच अहमदाबाद की सुप्राटेक लैब से 1980 रुपये प्रति सैंपल की दर से कराई जा रही थी।
इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने इस लैब को सैंपल भेजना 75 फीसद तक कम कर दिया था। साथ ही 30 सितंबर से लैब से अनुबंध खत्म करने का नोटिस दिया था। इस बीच मप्र पब्लिक हेल्थ सप्लाई कॉरपोरेशन ने पुणे की एक लैब से 900 रुपये प्रति सैंपल की दर से जांच करने के लिए अनुबंध कर लिया है।
प्रदेश की सभी सरकारी लैब में आरटी-पीसीआर तकनीक से हर दिन 15600 सैंपल जांचने की क्षमता हैं। इसके अलावा 3000 से 5000 जांचें रैपिड एंटीजन किट से की जा रही हैं। प्रदेश में हर दिन करीब 20 हजार सैंपलों की जांच की जा रही है। इस लिहाज से यह क्षमता पर्याप्त है।
इसके बाद भी रोज छह हजार से ज्यादा सैंपल निजी लैब में 1980 रुपये प्रति सैंपल की दर से जांच के लिए भेजे जा रहे थे। इस पर रोजाना करीब सवा करा़ेड रुपये खर्च आ रहा था। सरकारी लैब में कर्मचारी समेत सारे खर्च मिलाकर यह जांच 50 लाख रुपये से कम हो सकती है।