रुक-रुककर दो दिन से जारी बारिश, लोगों को पैदल चलना भी दूभर
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले में रुक-रुककर दो दिन से जारी झमाझम बारिश ने लोगों को मुसीबत में डाल दिया है। सबसे ज्यादा खराब हालत विराट नगर के हो गए हैं। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत डाली गई सीवर लाइन के बाद अधूरे पड़े निर्माण का खामियाजा आम नागरिक भुगत रहे हैं। शहर में जहां-जहां सीवर का अधूरा कार्य पड़ा है और सड़कों पर मिट्टी व गड्ढे हैं वहां नरक जैसे हालात निर्मित हो गए हैं। विराट नगर में सीवर लाइन ठेकेदार की करतूत से पिछले 3 महीने से स्थानीय लोग है परेशान हैं। सड़क का जहां नामो निशान नहीं बचा है वहीं बारिश के बाद कीचड़ बनी सड़कों में पैर रखना भी दूभर हो रहा है। विराट नगर में जहों आवागमन भी अरुद्ध हो गया है वहीं लोगों को अब आने जाने में भी समस्या होने लगी है।
शुरु से ही सीवर कार्य में लापरवाही
शहर में जो सीवर कार्य किया गया है उसमें शुरु से ही लापरवाही बरती गई है। दिसंबर 2016 से शुरु हुए इस कार्य को साढ़े चार साल बीत गए हैं लेकिन अब भी 20 फीसद कार्य ही हुआ है। इस कार्य में ना तो नगर निगम और ना ही निर्माण स्मार्ट सिटी के इंजीनियरों ने अधिक ध्यान दिया। परिणाम यह हुआ कि जो काम तीन साल में पूरा हो जाना था वह साढ़े चार साल बाद भी आधा अधूरा है। न तो तय समय में सीवर लाइन डल पाई और न ही कार्यों की टेस्टिंग हो पाई। बताया जाता है कि शहर में जितनी भी सीवर लाइन डाली गई है उसकी अभी तक टेस्टिंग नहीं हो पाई है और न ही मेन होल और हाउस चेंबर के सुधार का कार्य हो पाया है। जगह-जगह सड़कें खुदी पड़ी हैं और मिट्टी का अंबार लगा है जिससे एक ही बारिश में पूरी की पूरी कॉलोनियां कीचड़ में तब्दील हो जाती हैं।
सबसे बुरे हाल यहां
शहर में सीवर से परेशान जनता का सबसे बुरा हाल विराट नगर, राजेंद्र नगर, धवारी में है जहां सड़कों में मिट्टी डालकर रख दी गई है जिससे आवागमन जहां बारिश में बाधित हो जाता है वहीं लोग भी दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। 206 करोड़ की लागत से बन रही सीवर लाइन के काम में ठेका कंपनी का ठेका भी निरस्त कर दिया गया लेकिन स्मार्ट सिटी द्वारा नागरिकों की समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है।