सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ शुक्रवार को ईद का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से मुस्लिम समुदाय के लोगों ने घरों में ही इस बार नमाज पढ़ी। इस बार गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देने के बजाय लोगों ने दूर से ही एक-दूसरे को बधाई दी। मुस्लिम समुदाय ही नहीं बल्कि अन्य समुदाय के लोगों ने भी फोन एवं सोशल मीडिया के माध्यम से एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। ईद की नमाज अता करने के बाद लोगों ने वैश्विक महामारी कोरोना से मुक्ति की दुआ मांगी।
जवाहर नगर उन्नति कॉलोनी निवासी शेरू खान ने बताया जब तक कोरोना का कहर है तब हम ईद कैसे मना सकते हैं। इस साल की ईद सिर्फ एक रस्मअदायगी भर रही। हर दिन कोई न कोई अल्लाह को प्यारा हो रहा है, ऐसे में खुशी कैसे मनाई जा सकती है। घर पर रह कर ही सादे अंदाज में सब लोगों ने इस साल की ईद मनाई।
शिरीन खान ने बताया पिछले साल भी ईद की खुशी फीकी रह गई थी। इस बार तो और बुरा हाल है। हमने कोशिश की है कि हालात के साथ समझौता कर ईद मनाएं। हर साल कई जोड़े नए कपड़े बनवाते थे। इस बार नए नहीं बल्कि साफ कपड़ों में ईद मनाई और कोशिश कि गरीबों और मिस्कीनों तक ईद की खुशी पहुंचा पाएं।
मोहममद अल शागिल ने बताया ईद तो हर साल आती है, लेकिन इस साल की ईद सबसे अलग है। इस बार हमने पूरे रमजान रोजे के दौरान अल्लाह से यही मांगा कि पूरी दुनिया पर जो खतरा मंडरा रहा है उसे खत्म कर दे । हमने अल्लाह से कहा कि आपके चाहने वाले ही नहीं रहेंगे तो आपकी इबादत कौन करेगा। इस साल की ईद हम सब लोगों ने सादगी से मनाई।