Nurse Day 2021:digi desk/BHN/ इंदौर/ कोविड संक्रमित मरीजों की जांच व इलाज में डाक्टरों के अलावा नर्सिंग स्टाफ की भी अहम भूमिका है। नर्सिंग स्टाफ स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित 25 फीवर क्लीनिकों पर मरीजों की सैंपलिंग तो कर ही रहा है, रैपिड रिस्पांस टीम के साथ मरीजों की जांच भी कर रहा है। इसके अलावा शहर के कोविड अस्पतालों में नर्सिंग स्टाफ के तीन हजार से ज्यादा सदस्य दिन-रात मरीजों का इलाज कर रहे हैं। मरीजों को दवा देने के साथ नर्स उन्हें व्यायाम भी करवा रहे हैं। आइसीयू में मरीजों के आक्सीजन सेचुरेशन पर नजर रखने के साथ उन्हें जीवनरक्षक दवा देने की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। मरीजों की सेवा करते हुए नर्सिंग स्टाफ की कई सदस्य संक्रमित भी हो गईं। इसके बाद भी उनका हौसला कम नहीं हुआ। वे आज भी अस्पतालों में मरीजों के लिए देवदूत बनकर 24 घंटे खड़ी हैं। एक रिपोर्ट…
मरीजों की सेवा करते हो गईं कोरोना से संक्रमित
पिछले एक साल में अरबिंदो अस्पताल में सर्वाधिक कोविड मरीज भर्ती हुए हैं। यहां नर्सिंग स्टाफ की करीब 600 सदस्य मरीजों के इलाज में जुटी हैं। नर्स सीजामोल जे पिछले 17 साल से अस्पताल में काम कर रही हैं और वे कोविड के शुरुआत से ही संक्रमित मरीजों की देखरेख में लगी हैं। वे अपने हाथों से मरीजों को खाना खिलाती थीं। उन्हें डिहाइड्रेशन न हो इसके लिए बार-बार पानी भी पिलाती थीं। मरीजों को ब्रीथिंग एक्सरसाइज भी करवाती थीं। 2 मई को सीजामोल संक्रमण की चपेट में आ गईं और अब वे खुद अस्पताल में भर्ती हो इलाज ले रही हैं। उनका कहना है जल्द ही ठीक होकर फिर मरीजों की सेवा करूंगी।
अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी बढ़ाती रहीं मनोबल
इंडेक्स अस्पताल में कोविड संक्रमितों के इलाज में नर्सिंग स्टाफ की करीब 200 सदस्याएं जुटी हुई हैं। यहां की सीनियर नर्सिंग स्टाफ लीना पाठक की ड्यूटी शुरू से ही कोविड आइसीयू में हैं। वे बताती हैं कि यहां गंभीर मरीज आते हैं। ऐसे मे उन्हें हाई फ्लो आक्सीजन, बाइपेप से सहयोग देना व फिजियोथेरेपी करवाना मुख्य काम होता है। वे आइसीयू में भर्ती वृद्ध मरीजों की स्वजन से वीडियो कालिंग पर बात भी करवाती रहीं। ठीक होकर घर जाने के बाद कई मरीज परेशानी होने पर उन्हें ही फोन करते हैं। ऐसे में वो कंसल्टेंट से सलाह कर मरीजों की मदद करती हैं। अप्रैल में भी वे संक्रमित हो गईं और 10 दिन अस्पताल में भर्ती रहीं
मरीज बढ़े, स्टाफ संक्रमित हुआ तो 14 घंटे तक किया काम
सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में करीब 250 नर्स काम कर रही हैं। कोविड मरीजों को एक साल पहले इस अस्पताल में भर्ती करना शुरू किया और तब से इंचार्ज सिस्टर के पद पर जयश्री चौहान पदस्थ हैं। वे बताती हैं कि पहले हम छह से आठ घंटे काम करते थे, लेकिन जब मरीजों संख्या बढ़ी और हमारे कई साथी संक्रमित हुए तो हमने 12 से 14 घंटे भी काम किया है। इस बीमारी में मरीज के आक्सीजन सेचुरेशन पर ज्यादा ध्यान रखना होता है। अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ी तो नर्सिंग स्टाफ को समझाया कि कुछ दिन तक अवकाश लिए बगैर मरीजों की सेवा करें। हमने अस्पताल में मरीजों के लिए गुब्बारे फुलाने की प्रतियोगिता भी करवाई।
चार किमी पैदल चल निशुल्क सेवा देने जा रही नर्सिंग छात्रा
इंदौर के एक निजी नर्सिंग कालेज में पढ़ने वाली द्वितीय वर्ष की छात्रा पिंकी मोहरे पिछले एक साल से शासकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिमरोल में निशुल्क सेवा दे रही हैं। इंदौर से दूर कजलीगढ़ के इंद्राग्राम की रहने वाली पिंकी के घर से स्वास्थ्य केंद्र करीब चार किलोमीटर दूर है। उनमें मरीजों की सेवा का जज्बा है कि कई बार वह गांव से पैदल चलकर ही केंद्र जाती हैं। कभी गांव के परिचित की मदद भी ले लेती हैं। पिंकी स्वास्थ्य केंद्र पर सुबह 10 से शाम 6 बजे तक काम करती हैं। वह यहां टीकाकरण कार्य के दौरान मरीजों का पंजीयन कर रही हैं। पिंकी का कहना है कि वह इंदौर के अस्पतालों में काम करके अनुभव लेना चाहती हैं।