Coronavirus Crime:digi desk/BHN/ इंदौर/ लिंबोदी में रहने वाले सुनील मिश्रा ने कोरोना मरीजों के स्वजनों को जो रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचे वो नकली थे। उन्हें दवा माफिया कौशल वोरा और पुनित शाह द्वारा सूरत (गुजरात) जिलें के ओलपाड तहसील में पिंजरत स्थित फॉर्म हाउस पर नमक और ग्लूकोज मिलाकर तैयार किया गया था। मिश्रा को गुरुवार रात सूरत क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है और उसने सैंकड़ों की तादाद में इंजेक्शन बेचना भी कबूल लिया है। मिश्रा के सहयोगी जिम ट्रेनर प्रवीण उर्फ सिद्धार्थ सहित अन्य को विजयनगर थाना पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
पूर्वी क्षेत्र के एसपी आशुतोष बागरी के मुताबिक पिछले शुक्रवार पुलिस ने 12वीं के छात्र अजहर अहमद,दाल कारोबारी दिनेश चौधरी और दवा व्यवसायी साजीद सहित 6 आरोपितों को रेमडेसिविर,फेबी फ्लू इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में गिरफ्तार किया था।
पूछताछ में आरोपितों ने बताया वह 25 से 35 हजार रुपये प्रति इंजेक्शऩ के हिसाब से 100 से ज्यादा रेमडेसिविर इंजेक्शन कोरोना संक्रमित और उनके स्वजनों को बेच चुके है। उन्हें यह इंजेक्शन लिंबोदी क्षेत्र में रहने वाला सुनील पुत्र रावेंद्र मिश्रा मुहैया करवाता है। पुलिस ने ग्राहक बन सुनील से संपर्क किया तो 500 इंजेक्शन की डिलीवरी देने के लिए तैयार हो गया और इंजेक्शऩ लेने सूरत जा पहुंचा। इसी बीच सूरत क्राइम ब्रांच ने नकली कारखाना पर छापा मार दिया और गुरुवार रात मिश्रा को भी पकड़ लिया।
इंटरनेट मीडिया पर ढूंढे ग्राहक,कमिशन पर की ‘सेवा’
टीआइ तहजीब काजी के मुताबिक आरोपित अजहर की निशानदेही पर जिम ट्रेनर प्रवीण,छात्र असीम भाले,जुबैर और धीरज साजनानी को गिरफ्तार किया गया। असीम और प्रवीण ने बताया वह इंटरनेट मीडिया के माध्यम से एसे लोगों को तलाशते थे जिन्हें रेमडेसिविर,फेबी फ्लू या टोसी इंजेक्शन की गहन आवश्यकता होती थी। 25 से 35 हजार रुपये में इंजेक्शऩ मुहैया करवाते और बताते कि उनका मकसद लोगों की सेवा करना है। आरोपित सुनील मिश्रा से इंजेक्शन लेते और अस्पताल,मेडिकल,क्लीनिक पर डिलीवरी देने भी जाते थे। पुलिस को यह भी स्पष्ट हो गया कि जो इंजेक्शऩ जब्त हुए वो भी नकली ही है।
सूरत पुलिस ने फॉर्म हाउस से हजारों इंजेक्शन पकड़े
पुलिस को यह जानकारी मिल गई थी कि मिश्रा जिस दवा माफिया कौशल वोरा व पुनित शाह से इंजेक्शन खरीदता है वो नकली इंजेक्शन बनाते है। कोरोना संक्रमण के कारण टीम ने सूरत जाने में देरी कर दी और एसआइ मोबाइल लोकेशन के आधार पर मिश्रा की तलाश में जुटे रहे। इसी बीच मौरबी पुलिस ने राहुल कोटेजा,रविराज लुवाणा को 41 रेमडेसिविर इंजेक्शन और 2 लाख कैश सहित पकड़ लिया।
इनकी निशानदेही पर आसिफ उर्फ आसीम और रमीज कादरी को 56 लाख कैश और 1170 रेमडेसिविर इंजेक्शऩ के साथ पकड़ा। दोनों ने कौशल व पुनित का नाम बता दिया। सूरत पुलिस ने सरगना के फॉर्म हाउस पर छापा मारा और 74 हजार कैश,163 रेमडेसिविर इंजेक्शन,63 हजार खाली शीशी,30 हजार स्टीकर जब्त किए। पूछताछ में बताया इंजेक्शन नमक और ग्लूकोज मिलाकर बनाए गए थे।