‘‘मैं कोरोना वालेंटियर अभियान सतना’’
ऑनलाइन प्रषिक्षण के माध्यम से कोरोना गाइडलाइन से अवगत होंगे वालेंटियर
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ ‘‘माना की संकट घना है पर कोशिश करना कहा मना हैं।’’ आज यह वकतव्य और भी प्रासंगिक हो जाता हैं जब सम्पूर्ण विश्व कोरोना महामारी की दूसरी लहर की चपेट में है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आह्वान पर मध्यप्रदेश सरकार नें इस कोशिश में समाज को जोड़ने के लिये म.प्र. जन अभियान परिषद के माध्यम से सम्पूर्ण प्रदेश में ‘‘मैं कोरोना वालेंटियर अभियान’’ के नाम से प्रदेश के कोने-कोने मे स्वयंसेवी वालेंटियरों के सहयोग से समाज जन-जागरण की छोटी-छोटी कोशिश प्रारंभ हो गई हैं।
जन अभियान परिषद के अधिकारी एवं परामर्शदाताओं द्वारा पोर्टल में पंजीकृत वालेंटियरों से सम्पर्क स्थापित कर उनके कार्यक्षेत्र में मैपिंग का कार्य प्रारंभ किया जा चुका है। चार कैटेगरी अनुसार जिसमें पहली कैटेगरी वैक्सीनेशन स्वयंसेवक की है। जिसके अन्तर्गत वैक्सीनेशन सेंटर वालेंटियर, वैक्सीनेशन प्रेरक, वैक्सीनेशन हेल्पर जैसे कार्यो में सहयोग दिया जा सकता है। वहीं दूसरी कैटेगरी चिकित्सा सुविधा स्वयंसेवकों की है। जिसमें चिकित्सा सुविधाओ की जानकारी देना एवं चिकित्सा हेतु परिवहन में सहयोग करना प्रमुख हैं। तीसरी कैटेगरी मास्क जागरूकता स्वयंसेवकों की है। जिसके अन्तर्गत मास्क वितरण, मास्क लगाने के लिये टोकना एवं प्रेरित करना, बिना मास्क लगाए घूमनें वालों को रोकना सम्मलित होगा। इसी प्रकार चौथी और अंतिम कैटेगरी मोहल्ला टोली संगठन स्वयंवेवक की होगी। जिसके अन्तर्गत होम क्वारेंटाइन मददगार, संस्थागत क्वारेंटाइन मददगार एवं अपनें मोहल्ले, गली कॉलोनी की जवाबदरी सुनिश्चित करनी होगी, के तहत वालंटियरों नें अपनें ग्रामों और अपनें वार्डो में अपनी रूचि अनुसार सामाजिक जागरूकता का कार्य प्रारंभ कर दिया है।
जैतवारा की साधना द्विवेदी द्वारा अपनें ग्राम में दीवार लेखन कर टीकाकरण की जागरूकता का संदेश जन-जन तक पहुंचा रही हैं। वहीं नकैला ग्राम की वालेंटियर शालनी सिंह भी दीवार लेखन और घर-घर सम्पर्क अभियान के माध्यम से लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी एकत्रित करते हुये कोरोना से बचनें के उपाय समझाती हैं। इसी प्रकार जमुआनी के सुनील मिश्रा द्वारा गांव में रोको-टोको अभियान के माध्यम से मास्क के प्रति जन-जागरूकता का कार्य किया जा रहा है। वालेंटियर सुनील द्वारा ग्राम के लोगों को कोरोना का चित्र बनाकर इससे बचनें के लिये सही ढंग से हाथ धुलाई एवं मास्क लगानें के तरीकों को समझाया गया। साथ ही ग्राम की महिलाओं के सहयोग से दीवार लेखन की गतिविधि चलाई गई।
इसी प्रकार सेमरीदुबे की प्राची गौतम ने गांव की दीवारों पर हाथ ना मिलानें की अपील करते हुये केवल नमस्ते से ही काम चलानें का आग्रह किया है। जिससे लोग कोरोना वायरस से अपने आप को दूर कर सकें। पटिहट की ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति के अध्यक्ष आरती पाठक द्वारा सोशल मीडिया में कोरोना बचाव एवं टीकाकरण के महत्व को दर्शानें वाला लोकगीत गाकर प्रचारित कर रहे हैं। बड़खुरा के वालेंटियर सुरेश कोल अपनें घर से डुगडुगी उठाकर गांव की ओर निकल जाते है और गली-चौराहों में मुनादी के माध्यम से टीकाकरण के लिये घर से बाहर निकलनें और बाकी समय घर में रहनें की अपील कर रहे हैं। साथ ही बिना मास्क के घर से ना निकलने की चेतावनी भी दे रहे हैं।
इसी प्रकार विभिन्न नगरीय इलाकों में रहनें वाले सामाजिक संगठन अपनें आस-पास के एक-एक वार्ड को गोद लेकर वालेंटियर के रूप में चारो कटैगरी के कार्यो को वार्डो में संचालित करना प्रारंभ कर दिया है। जिला समन्वयक और नोडल ‘‘मैं कोरोना वालंटियर अभियान’’ सतना के डॉ राजेश तिवारी नें बताया की जल्द ही कलेक्टर अजय कटेसरिया के मार्गदर्शन में इस अभियान में एन.सी.सी. और एन.एस.एस. के वालेंटियरों को उनके वार्डो और ग्रामों में सक्रिय किया जायेगा। और चिन्हित हो चुके वालेंटियरों को यूनीसेफ की गाइडलाइन के अनुसार ऑनलाइन प्रशिक्षण उपलब्ध कराके गांव-गांव तक वालेंटियरों का सहयोग प्राप्त किया जा सकेगा। जिले के 8 विकासखण्डों में अभियान के समन्वयक के लिये विकासखण्ड समन्वयकों एवं परामर्शदाताओं की टीम पूरी मेहनत से उत्कृष्ट स्वयंसेवको को चिन्हित कर उन्हें अभियान से जोड़नें हेतु सक्रियता से कार्य कर रहे हैं।