Corona impect:digi desk/BHN/भोपाल/कोरोना वायरल की दूसरी लहर लगातार घातक होती जा रही है। आलम यह है कि हर दिन भोपाल में 80 से ज्यादा लोगों की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हो रही है। विगत एक सप्ताह की बात करें तो 381 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हो चुकी है। इसमें से अधिकांश संक्रमितों के शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए उनके स्वजनों को 24-24 घंटे तक इंतजार करना पड रहा है। अस्पतालों से कई बार तो 36 घंटे तक संक्रमितों के शव श्मशान घाट नहीं पहुंच पा रहे है। श्मशान घाट में मरीजों के परिजन घंटों इंतजार कर रहे है। हालांकि कोई भी मरीज अपना नाम या अन्य जानकारी नहीं बता रहा है, लेकिन शमशान घाट में पहुंच रहा हर मरीज विलाप कर रहा है और यहीं कह रहा है कि अस्पताल प्रबंधन समय पर शव नहीं दे रहे हैं। भगवान इस तरह की मौत किसी को न दे।
इधर अधिक संख्या में शमशान घाटों पर शव पहुंचने के चलते अंतिम संस्कार के लिए लकडी और कर्मचारी कम पड गए हैं। मृतकों का अंतिम संस्कार भी महंगा हो गया है। जहां पहले विश्राम घाट में एक देह का अंतिम संस्कार करने के लिए 2600 रुपये लिए जाते थे, उसे अब बढाकर 3000 रुपये कर दिया गया है।
इधर, भदभदा विश्राम घाट समिति के सचिव मम्तेश शर्मा का कहना है कि जो लोग यह पैसा नहीं दे पाते है उनकी देह का भी अंतिम संस्कार किया जाता है। वहीं इस संक्रमण काल में कुछ ऐसी देह भी आती है, जिनके साथ कोई परिजन नहीं आता है। ऐसे में इनकी देह का अंतिम संस्कार कर अस्थियां नर्मदा में बहाई जाती है। जिसका पूरा खर्चा विश्राम घाट समिति उठाती है। इतना ही नहीं, जो राख शेष बचती है, उसे भी पूरे विधि विधान के साथ नर्मदा में विसर्जित किया जाता है।