देवास। देवास शहर के उज्जैन रोड स्थित मैनाश्री कॉलोनी में रविवार सुबह बदमाशों द्वारा घर में घुसकर लूटपाट और हथौड़ा मारकर विश्वास केरकट्टा (52) की हत्या का मामला शाम होते-होते हत्या का निकला। मृतक की पत्नी कांता ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या का षड्यंत्र रचा और पति की हत्या करवा दी।
महिला ने पुलिस के सामने लूटपाट और अज्ञात दो लोगों द्वारा हत्या करने की झूठी कहानी बताई। लेकिन जब पुलिस ने महिला के बयान के बाद घटना स्थल और मौका-मुआयना के साथ जांच को आगे बढ़ाया तो मामला संदिग्ध निकला। वहीं, महिला के बयानों में भी विरोधाभास था। इसके बाद पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो मामले की परतें खुलती गई।
रविवार देर शाम पुलिस ने वारदात का खुलासा करते हुए महिला को गिरफ्तार किया। महिला का प्रेमी व उसका साथी फरार हैं। आरोपी प्रेमी रूपक चौधरी को महिला ने झारखंड से बुलाया था। आरोपी चौधरी अपने एक साथी के साथ फ्लाइट से इंदौर पहुंचा और वहां से दोनों ने देवास पहुंचकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
खून देखकर बेहोश होने की कहानी सुनाई
सुबह हत्या की सूचना पर सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची। वहीं सीएसपी दीशेष अग्रवाल, औद्योगिक थाना टीआई शशिकांत चौरसिया भी मौके पर पहुंचे। पूछताछ में कांता ने पुलिस को बताया था कि रविवार सुबह आठ बजे घर में दो अज्ञात बदमाश घुस आए थे। जिन्होंने बंदूक अड़ाकर मेरी ज्वेलरी निकलवा ली थी। डर के मारे मैं बेहोश हो गई। कुछ देर बाद होश आया तो देखा पति विश्वास किरकेट्टा गंभीर रूप से घायल थे। महिला ने पति पर बदमाशों द्वारा हथौड़े से हमला कर हत्या करने का आरोप लगाया था।
पति का खून देखकर महिला ने खुद के बेहोश की बात भी कही थी। महिला का कहना था कि पड़ोसी व रिश्तेदार की मदद से पति को अस्पताल लेकर पहुंचे। वहीं, घटना के बाद सीएसपी दीशेष अग्रवाल मौके पर पहुंचे। पूरे घटनाक्रम को लेकर महिला और आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू की।
सीसीटीवी से मिला अहम सुराग
जांच में पुलिस को सीसीटीवी से अहम सुराग मिले। कॉलोनी में कई जगह दोनों आरोपी नजर आए। इसमें उनके मुंह पर मास्क और पीठ पर बैग नजर आया। दोनों ही आरोपी पैदल चलते भी नजर आए थे।
कुछ दिन पूर्व रांची से आई थी कांता
मृतक विश्वास मूल रूप से झारखंड रांची का रहने वाले थे। वे पिछले करीब 29 साल से देवास में रहकर किर्लोस्कर कंपनी में कार्यरत थे। वहीं, आरोपी कांता रांची में केंद्रीय स्कूल में शिक्षिका है। वो दशहरे की छुट्टी के चलते पांच दिन पहले ही देवास आई थी। 20 वर्षीय मानसिक रूप से कमजोर बेटा भी कांता के साथ रहता है। वह भी रांची से मां के साथ आया था। सुबह भी वह घटना के वक्त घर में ही था।
बयानों में विरोधाभास नजर आया तो पुलिस को हुआ शक
जब सुबह 11 बजे फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट और सीएसपी दीशेष अग्रवाल घटना स्थल पर पहुंचे थे। जहां सीएसपी अग्रवाल ने फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट के साथ रूम से साक्ष्य जुटाए। साथ ही आसपास से लोगों से पूछताछ की गई। एक पड़ोसी के घर के कैमरे खंगाले। पुलिस ने मानसिक रूप से कमजोर बेटे से भी पूछताछ की। पुलिस की आठ टीमें गठित की गई। सीएसपी अग्रवाल ने बताया, महिला को गिरफ्तार कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।