Maharashtra Politics:digi desk/BHN/ महाराष्ट्र में गृहमंत्री अनिल देशमुख के कारण उद्धव सरकार घिरते हुए नजर आ रही है। आज पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और गृहमंत्री अनिल देशमुख पर निशाना साधा। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अनिल देशमुख के बारे में शरद पवार झूठ बोल रहे हैं। वे इस मामले को लेकर आज दिल्ली जाएंगे और केंद्रीय गृह सचिव से जांच करने की मांग करेंगे। देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले में सीबीआई जांच की भी मांग की है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान देवेंद्र फडणवीस ने कई तरह के सवाल भी खड़े किए हैं। गौरतलब है कि इस मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्वनर पहले ही जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा चुके हैं।
महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने 100 करोड़ रुपए की उगाही के आरोपों पर अब सफाई दी है। गौरतलब है कि बीते दिनों मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने गृहमंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाया था कि मंत्री उन पर 100 करोड़ रुपए की उगाही को लेकर लगातार दबाव बना रहे थे। इस मामले में अब गृहमंत्री अनिल देशमुख ने ट्विटर पर अपना एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें इस पूरे मामले में वे सफाई दे रहे हैं।
वीडियो में अनिल देशमुख कह रहे हैं कि बीते कुछ दिनों से मीडिया में झूठी खबरें चल रही हैं। 5 फरवरी को कोरोना से संक्रमित होने के बाद मैं 5-15 फरवरी तक अस्पताल में भर्ती था। 15 फरवरी को डिस्चार्ज मिलने के बाद मैं 10 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन था। देशमुख ने यह भी कहा कि ऑफिशियल वर्क के लिए मैं पहली बार 28 फरवरी को अपने घर से बाहर निकला। मैं यह सब इसलिए बता रहा हूं ताकि लोग गुमराह न हो। साथ ही अनिल देशमुख ने यह बात भी स्वीकार की है कि 15 फरवरी को चार्टर प्लेन से मुंबई गए थे।
गलत निकले एनसीपी चीफ शरद पवार के दावे
गौरतलब है कि इससे पहले सोमवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अनिल देशमुख का बचाव किया था। शरद पवार ने कहा था कि अनिल देशमुख और सचिन वझे के बीच बातचीत के आरोप गलत हैं, क्योंकि फरवरी महीने में अनिल देशमुख अस्पताल में भर्ती थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शरद पवार ने अनिल देशमुख के अस्पताल में भर्ती होने संबंधी कागजात भी दिखाए और कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण 5 से 15 फरवरी तक नागपुर के अस्पताल में भर्ती थे और इसके बाद 16 फरवरी से 27 फरवरी तक वह होम आइसोलेट थे। शरद पवार ने कहा कि परमबीर सिंह के आरोपों से महाराष्ट्र सरकार पर कुछ असर नहीं पड़ेगा।