Corona virus update:digi desk/BHN/ सीबीएसई स्कूलों में इन दिनों दसवीं व बारहवीं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं चल रही है। वहीं राजधानी के भेल क्षेत्र स्थित कार्मल कान्वेंट स्कूल में बारहवीं कक्षा की सेक्शन ई की चार छात्राएं कोरोना पॉजिटिव पाई गईं। ऐसे में स्कूलों में प्रैक्टिकल भी चल रहा है। साथ ही कोरोना गाइडलाइन का स्कूलों में पालन नहीं किया जा रहा है। इस संबंध में शुक्रवार को जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने कई निजी स्कूलों का निरीक्षण किया। इसमें सेंट जोसेफ कन्या विद्यालय ईदगाह हिल्स, कॉर्मल कॉन्वेंट, शासकीय नवीन कन्या स्कूल का निरीक्षण किया और कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए गए।
गुस्र्वार को कार्मल कॉन्वेंट स्कूल में बारहवीं की चार छात्राएं कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। कोरोना गाइडलाइन के अनुसार नौवीं से बारहवीं तक स्कूल खोलने की अनुमति दी गई है, लेकिन कई निजी स्कूल इसका पालन नहीं कर रहे हैं। स्कूलों में न थर्मल स्क्रीनिंग हो रही है और न ही सैनिटाइज किया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि कार्मल कान्वेंट में तीन दिन में चार छात्राएं कोरोना पॉजिटिव पाई गईं। इसके बावजूद अन्य छात्राओं की सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। उन कक्षाओं को बंद नहीं किया गया है, जिनकी छात्राएं पॉजिटिव हैं। नौवीं व ग्यारहवीं की भी नियमित कक्षाएं चलाकर छात्राओं को स्कूल बुलाया जा रहा है। कोरोना पॉजिटिव छात्रा के पिता ने बताया कि उनकी बेटी कार्मल कान्वेंट स्कूल में बारहवीं कक्षा की छात्रा है। मंगलवार को वह प्रैक्टिकल एग्जाम देने गई थी, तब उसे सर्दी-जुकाम था। कल रात खाना खाते समय उसे स्वाद नहीं मिल रहा था, तो उसे अलग कमरे कर दिया था। उसका गुस्र्वार को कोरोना टेस्ट कराया है, वह भी पॉजिटिव आया है। बेटी ने ही बताया है कि इससे पहले उसकी कक्षा में दो छात्राएं पॉजिटिव आ चुकी हैं। यह जानकारी उनकी टीचर की जानकारी में है, लेकिन उन्होंने अन्य छात्राओं की सुरक्षा की दृष्टि से कोई कदम नहीं उठाए हैं।
इनका कहना है
हमारे स्कूल में एक भी छात्रा कोरोना पॉजिटिव नहीं है। स्कूल में कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है।
– सिस्टर पवित्रा, प्राचार्य, कार्मल कॉन्वेंट स्कूल
शुक्रवार को चार से पांच निजी स्कूलों का निरीक्षण किया। स्कूलों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। कार्मल कॉन्वेंट के मामले में लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
-नितिन सक्सेना, जिला शिक्षा अधिकारी